उरी हमले में शहीद हुये राजेश कुमार के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार आज बलिया स्थित भड़सर के गंगा घाट पर होगा। उरी हमले में शहीद हुये राजेश कुमार का पार्थिव शरीर को उनके गाँव बलिया जिले के दुबहर डेरा पहुँचा। जहाँ उनके पार्थिव शारीर के अंतिम दर्शन करने के लिये जन सैलाब उमड़ पड़ा। मौके पर मंत्री रामगोविंद चौधरी, सुधीर पासवान भी मौजूद थे।
कैसा है शहीद राजेश कुमार का परिवार:
- राजेश कुमार बलिया जिले के दुबहर डेरा रहने वाले थे।
- स्वर्गीय देव कृष्ण यादव के 4 पुत्र व 5 पुत्रियां हैं।
- स्वर्गीय देव कृष्ण यादव के 4 पुत्र व 5 पुत्रियों में दूसरे नम्बर के राजेश की 1998 में सेना में भर्ती हुई थी।
- शनिवार को ही उसकी माँ , पत्नी व भाई से फोन पर आखिरी बार बात हुई थी।
- फोन पर उसने कहा था कि वह अब पहाड़ पर जा रहा है।
- 4 दिन बाद बात हो पायेगी।
- उसने परिवार के लोगो का हाल चाल भी लिया था।
- राजेश 20 दिन पहले ही गांव से 2 माह की छुट्टी से वापस ड्यूटी पर लौटा था।
- राजेश की दो पुत्रियाँ हैं जिनका नाम प्रीति 8 व राधिका 2 है।
- परिवार में कमाने वाला राजेश इकलौता था।
- बड़ा भाई श्री भगवान विकलांग है।
- छोटे भाई विकेश ने कहा है कि पीएम मोदी अब हाथ पर हाथ धर कर न बैठे, मीटिंग न करे।
- उसने कहा कि सरकार इसी तरह हाथ पर हाथ धर बैठी रही तो ऐसे आतंकी हमले भविष्य में भी होते रहेंगे।
- विकेश ने कहा कि सेना में भर्ती की तैयारी कर रहा हूँ।
- पाक से सभी शहीद सैनिको की शहादत का बदला लूंगा।
- राजेश की माँ सुमरिया देवी हृदय रोग से पीड़ित है।
- पत्नी पार्वती देवी की इसी माह डिलीवरी होने वाली है।
- इसलिए माँ व पत्नी समेत अन्य परिजनो को राजेश के शहादत की सूचना नही दी गयी है।
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