उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिला में जंगली जानवरों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा। पिछले दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सख्त चेतावनी के बाद भी जिला प्रशासन नहीं जागा। रविवार सुबह खेत में गेहूं की बाली बिनने गई एक और बच्ची को जंगली जानवरों ने नोंचकर मार डाला। अब मरने वाले बच्चों की संख्या 13 जा पहुंची है। मासूमों की मौत से गुस्साए ग्रामीण बेकाबू हो गए।
आक्रोशित ग्रामीण हाथों में लाठी-डंडे लिए जिला मुख्यालय में धरना देने के लिए जा रहे थे। मौके पर मौजूद पुलिस प्रशासन और सदर विधायक ने उन्हें रोकने और समझाने का प्रयास किया लेकिन उन्होंने किसी की नहीं सुनी। ग्रामीणों ने सीतापुर-लखनऊ राज्यमार्ग जाम कर दिया। इससे मुख्य मार्ग पर लंबा जाम लगने लगा। हाइवे जाम होने की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज कर उन्हें खदेड़ा तो वहां भगदड़ मच गई। इसमें कई ग्रामीण चोटिल भी हो गए।
सीतापुर : जंगली जानवर के हमले से हो रहीं बच्चों की हत्याओं के मामले में जिला प्रशासन से नाराज NH24 पर प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों पर पुलिस ने किया लाठीचार्ज. @DmSitapur @CMOfficeUP @myogiadityanath @sitapurpolice @Uppolice pic.twitter.com/2jy3kiMof6
— UttarPradesh.ORG News (@WeUttarPradesh) May 13, 2018
खेत में गेहूं की बालियां बिनने गई थी किशोरी
पुलिस के मुताबिक, खैराबाद थाना क्षेत्र में महेशपुर चिलवारा निवासी छंगा की दस वर्षीय पुत्री रीना खेत में गेहूं की बालियां बिनने गई थी। जहां आदमखोर कुत्तों के झुंड ने उसे मौत के घाट उतार दिया। बच्ची का शव खेत में पड़ा मिला। शव देखते ही ग्रांव में कोहराम मच गया। प्रशासन की लापरवाही से एक के बाद एक बच्चों की मौत ने ग्रामीणों के गुस्से को सांतवे आसमान पर पहुंचा दिया। ग्रामीण जिला मुख्यालय के घेराव के लिए गांव से निकल पड़े। रास्ते में पुलिस ने उन्हें रोका तो वह उनसे भी भिड़ गए और सड़क जाम कर प्रदर्शन करने लगे। आक्रोशित ग्रामीणों को काबू करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया।
अब तक 13 बच्चों की हो चुकी मौत
बताते चलें कि पिछले कुछ दिनों से इस इलाके में आदमखोर कुत्तों के हमले में 13 बच्चों की मौत हो चुकी है। मामले की जांच के लिए प्रशासन और वन विभाग की कई टीमें क्षेत्र का दौरा कर चुकी हैं। लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो पाया। बीते शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ ने सीतापुर का दौराकर पीड़ित परिवारों से मुलाकात की थी। साथ ही उन्होंने सीतापुर जिला अस्पताल में भर्ती बच्चों से हालचाल भी पूछा था। सीतापुर से रवाना होने से पहले सीएम ने अधिकारियों को जल्द से जल्द समस्या का समाधान करने का निर्देश दिया था। साथ ही पीड़ित परिवार के सदस्यों को दो लाख रुपए मुआवजे की घोषणा की थी।
लखनऊ में रोड पेंटिंग कर किया गया जागरूक
कुत्तों के पास जीवन के सिवा कुछ नहीं होता…उनके पास कोई धरोहर नहीं… कुत्ते आदमखोर नहीं, वह मनुष्य के मित्र होते हैं…ऐसे तमाम तरह के स्लोगन जमीन पर चाक पेंटिंग करके डॉग्स लवर ने राजधानी लखनऊ के विधानसभा और चारबाग रेलवे स्टेशन के बाहर लोगों को जागरूक करके सीतापुर में मारे जा रहे बेगुनाह कुत्तों को न्याय दिलाने की मांग की। गौरतलब है कि जंगली जानवरों के हमलों से अब तक 13 बच्चों की मौत हो चुकी है।