लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) अब अपने विभाग के मुखिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (आवास मंत्रलय सीएम के ही पास है) से विधायकों की करतूतों की शिकायत करेगा। दोनों विधायकों पर आरोप है कि उन्होंने पहले एक होटल का मानचित्र अवैध तरीके से पास कराने के लिए एलडीए अफसरों पर दबाव डाला। मना करने पर रिश्वत मांगने की झूठी शिकायत की। शिकायत पत्र में जिन तथ्यों का उल्लेख किया गया है, उनकी जानकारी भी सीएम को दी जाएगी।
[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]एलडीए अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप[/penci_blockquote]
भाजपा के दो विधायकों ने एलडीए अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा कर सतर्कता निदेशालय में शिकायत की, मगर वे खुद ही शिकायतों में फंसते नजर आ रहे हैं। उनकी शिकायतों में कई तथ्यात्मक कमियां हैं। भ्रष्टाचार के आरोप में राजधानी के कनॉट प्लेस शान ए अवध की नीलामी को शामिल किया गया है। जिसमें उसका बेस प्राइस 500 करोड़ लिखा गया। जबकि एलडीए ने बेस प्राइस 417 करोड़ रुपये रखा था।
एलडीए उपाध्यक्ष ने कहा कि जो भी आरोप एलडीए पर लगाए गए हैं, उनमें से एक एक का जवाब देने के लिए वे तैयार हैं। भाजपा के मारहरा एटा से विधायक वीरेंद्र सिंह लोधी और शेखूपुर बदायूं से विधायक धर्मेंद्र शाक्य ने एलडीए के अफसरों के खिलाफ राज्य सतर्कता आयोग में शिकायत की है। उधर प्राधिकरण के एक अधिकारी ने बताया कि विधायकों ने अफसरों की छवि खराब करने की कोशिश की है। जिसको विभाग के मंत्री और प्रदेश के मुख्यमंत्री तक पहुंचाया जाएगा।
[penci_related_posts taxonomies=”undefined” title=”उत्तर प्रदेश की खबरें” background=”” border=”” thumbright=”yes” number=”4″ style=”grid” align=”none” displayby=”uttar_pradesh_categories” orderby=”random”]