राजधानी लखनऊ के सरोजिनी नगर तहसील क्षेत्र में एंटी करप्शन टीम ने पकड़ा एक भ्रष्टाचारी लेखपाल को रिश्वत लेते रंगे हाथ धर दबोचा। एंटी करप्शन टीम लेखपाल के खिलाफ पूछताछ के बाद आगे की कार्रवाई कर रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भले ही अपने हर भाषण में प्रदेश को भ्रष्टाचार मुक्त करने का दावा कर रहे हों लेकिन इसकी जमीनी हकीकत कुछ और ही है। ताजा मामला सरोजनीनगर तहसील क्षेत्र का है। यहां एक व्यक्ति की शिकायत पर काम करने के एवज में लेखपाल अवधेश सिंह ने 90 हजार रुपये रिश्वत मांगे थे। पीड़ित ने इसकी शिकायत एंटीकरप्शन टीम से कर दी थी। बुधवार को एंटीकरप्शन टीम ने पीड़ित को पैसे देने के लिए कहा। पीड़ित ने जैसे ही लेखपाल को पैसे दिए वैसे ही टीम ने उसे रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। एंटी करप्शन टीम आरोपी लेखपाल के खिलाफ आगे की कार्रवाई कर रही है।
एंटीकरप्शन टीम के सीओ मिथिलेश दीक्षित ने बताया कि वह इंस्पेक्टर श्याम चंद्र त्रिपाठी, शैलेन्द्र कुमार सिंह, मान सिंह सहित टीम में मौजूद अन्य लोगों के साथ खालिद लाइक सिद्दीकी की शिकायत के बाद घूसखोर लेखपाल की गिरफ्तारी के लिए निकले थे। बुधवार दोपहर गोमतीनगर के मधुरिमा रेस्टोरेंट के पास टीम ने लेखपाल अवधेश सिंह को रंगे हाथ पैसे लेते गिरफ्तार कर लिया। क्षेत्राधिकारी ने बताया कि लेखपाल सरोजनीनगर तहसील में तैनात है। उस पर नटपुर गांव में जमीन की दाखिल खारिज के लिये पैसे लेने का आरोप है। एंटीकरप्शन टीम लेखपाल को लेकर गोमती नगर थाने गई यहां लेखपाल के खिलाफ आगे की कानूनी कार्रवाई की गई।