20 दिन पूर्व डीएम ने जमीन खाली कराने का आदेश अपने अधिकारियों को दिया था लेकिन इसके बावजूद जमीन पीड़ित को नहीं मिल पाई। इस मामले में एक बात और सामने आई है कि लेखपाल उस पीड़ित से पैसे की डिमांड कर रहा है और डीएम के आदेशों की धज्जियाँ उड़ाई जा रही हैं।

लखनऊ के कृष्णानगर क्षेत्र के अलीनगर सुनहरा निवासी सियाराम की जमीन खसरे से 1202 नंबर पर 0.0510 हेक्टयेर दर्ज है और इसपर भूमाफियाओं ने स्थानीय पुलिस और लेखपाल की मिलीभगत से कब्ज़ा कर रखा है और उस पर अवैध निर्माण भी शुरू हो चूका है।

पीड़ित बुजुर्ग 12 बीघा जमीन के मामले में न्याय मिलने की उम्मीद लेकर डीएम, एसडीएम के ऑफिस से चक्कर काटकर थक गया। अंतत: डीएम राजशेखर ने कार्यवाही करने की बात कहकर दो दिन में रिपोर्ट देने का आदेश भी दिया था। लेकिन 20 दिन बाद भी क्षेत्र के लेखपाल सलीम बेग जमीन खाली कराने को लेकर पीड़ित के यहाँ पहुंचे और उन्होंने डेढ़ लाख रूपये की मांग की।

पीड़ित का कहना है कि उनकी जमीन उन्हें वापस दी जाये और वो इतनी बड़ी रकम कहाँ से लायेंगे। पीड़ित का ये भी कहना है कि कोट कचहरी के चक्कर में और नहीं पड़ना चाहते वो और कोर्ट, कचहरी डीएम आदि के ऑफिस के चक्कर लगाकर थक गया हूँ।

लेखपाल सलीम बेग पर जमीन खाली कराने का आरोप लगाते हुए पीड़ित सियाराम ने कहा कि लेखपाल को मैंने बताया कि मेरे पास डेढ़ लाख रूपये नहीं हैं तो लेखपाल ने कहा कि डेढ़ लाख नहीं तो कम से कम 50 हजार रूपये ही दे दो ताकि जमीन की नाप हो सके।

इस मामले में डीएम राजशेखर के आदेशों की अवहेलना करके पैसे वसूलने और भूमाफियाओं का साथ देने वाले इस लेखपाल पर कोई कार्यवाही तो दूर अभी तक पीड़ित को उसकी जमीन मिलेगी या नहीं इसपर भी संशय बना हुआ है।

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