राजधानी के ठाकुरगंज थाना क्षेत्र में स्थित एक स्कूल में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब एक तेंदुआ स्कूल के भीतर दाखिल हो गया। कॉलेज प्रशासन ने सतर्कता दिखाते हुए सभी बच्चों को कमरे में बंद कर दिया। जिस समय घटना हुई उस समय कॉलेज में 50 से अधिक बच्चे मौजूद थे। तेंदुआ दिखाई देने की घटना सीसीटीवी में कैद हो गई। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस और वन विभाग की टीम ने सर्च अभियान चलाया लेकिन तेंदुआ नहीं मिला। वन विभाग की टीमें तेंदुआ ढूंढने में लगी हुई हैं। मौके पर फायर बिग्रेड के जवान और पुलिस टीम के साथ वन विभाग के अधिकारियों ने सर्च अभियान चलाया लेकिन तेंदुए का कोई सुराग नहीं मिला। सेंट फ्रांसिस स्कूल ठाकुरगंज ब्रांच में तेंदुए की खबर लगते ही इलाके के लोग दहशत में आ गए। तेंदुए की फुटेज स्कूल में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई।

जानकारी के मुताबिक, ठाकुरगंज थाना क्षेत्र के बालागंज इलाके में सेंट फ्रांसिस स्कूल है। पुलिस को मिले सीसीटीवी फुटेज में 10:11 पर सुबह तेंदुआ कॉलेज में दिखाई दिया। इसके बाद वह स्कूल में जाकर छिप गया। तेंदुआ दिखाई देने के बाद कुछ बच्चों ने शोर मचाया हड़कंप मच गया। इसकी सूचना पुलिस को दी गई। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस और वन विभाग की टीमों ने स्कूल में सर्च अभियान चलाया लेकिन तेंदुआ कहीं नहीं नजर आया।

हालांकि इस घटना के बाद सभी बच्चे काफी दहशत में हैं और वन विभाग की टीम उसे खोजने में लगी है। डीएफओ मनोज सोनकर ने बताया कि सुबह ठाकुरगंज के सेंट फ्रांसिस स्कूल में तेंदुए के छिपे होने की सूचना मिली थी। इसके बाद तत्काल एक टीम मौके पर रवाना कर दी गई। उन्होंने बताया कि फ़िलहाल किसी पर हमले की सूचना नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि स्कूल से एक किमी के दायरे में मूसाबाद का जंगल और गोमती नदी है। संभव है यह तेंदुआ इसी जंगल से शहर में आ गया होगा। उसे पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है।

बहराइच में तेंदुए का आतंक

बता दें कि तेंदुए का आतंक राजधानी से कुछ ही दूर बहराइच जिले में अक्सर देखने को मिलता है। यहां नरभक्षी तेंदुआ कई लोगों को निवाला बना चुका है। वन विभाग की टीम ने इसे पकड़ने के काफी प्रयास करती हैं। कुछ तेंदुओं को पकड़ा भी गया लेकिन उनके बच्चे अभी क्षेत्र में सक्रिय हैं, जो रात के अंधेरे में ग्रामीण इलाके में जाकर घरों के बाहर सो रहे बच्चों और पशुओं को अपना शिकार बना रहे हैं। हालांकि देखने वाली बात यह होगी कि इस आदमखोर तेंदुआ को कब तक पकड़ा जा सकता है।

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