मुजफ्फरनगर में एक तेंदुए के बच्चे का शव मिलने के बाद जहाँ शव देखने के लिए ग्रामीणों की भीड़ लग गयी, वहीं वन विभाग अधिकारी और मौके पर पहुंची पुलिस ने जानवर का शव कब्जे में ले किया. वन विभाग अधिकारी ने बताया कि ग्रामीणों की वजह से ही ये जानवर बस्ती वाले जगहों पर आ जाते हैं, अगर ग्रामीण इनसे छेड़छाड़ न करें तो जानवर कभी इन इलाकों में ना आयें.
तेंदुए के बच्चे के शरीर पर थे गहरे घाव:
मुज़फ्फरनगर के भोपा थाना क्षेत्र के भोकारेहड़ी गाँव में उस समय सनसनी फ़ैल गई, जब जंगल से एक तेंदुए के बच्चे का शव बरामद हुआ। शावक के शव पर कई गहरे जख्म थे। देखते ही देखते मौके पर ग्रामीणों की भीड़ का जमावड़ा लग गया।
घटना की सुचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुँचकर वन विभाग को सुचना दी। वन विभाग की टीम ने घटना स्थल पर पहुँचकर जाँच पड़ताल कर शव को अपने कब्जे में ले लिया है।
वन विभाग के अधिकारी खुर्शीद आलम ने जानकारी देते हुए बताया की ये फिश केट है। लग रहा है कि जंगली जानवरो के वार से इसकी मौत हुई है। ये मृत तेंदुआ अभी बच्चा है. इन जानवरों ले साथ ग्रामीण छेड़छाड़ करते है।
इसलिए ये इन इलाको आते है। वरना ये अपने क्षेत्र में ही रहते है। अगर इनसे छेड़छाड़ न की जाएँ तो ये कुछ नहीं करेंगे।
उन्होंने ये भी बताया कि ग्रामीण नदी के किनारो से झाड़ियाँ काट देते है. इन जानवरों की रहने जगह वहीं होती है। इसलिए ये ग्रामीण क्षेत्र में आते है।