लखनऊ में शराब बंदी को लेकर लालबाग से जीपीओ तक शराब कारोबारीयों ने अपनी मांग को लेकर पैदल मार्च निकाला. शराब की दुकानों को रिन्यूअल कराने को लेकर शराब व्यवसायियों ने किया प्रदर्शन.शराब व्यापारियों की मागें है कि शराब की दुकानों का नवीनीकरण हो व माफियाओं की घुसपैट पर रोक लगे.शराब व्यापारियों ने अपनी मागों को लेकर लालबाग से जीपीओ तक पैदल मार्च निकाल कर प्रदर्शन किया.

 

खबर से संबधित कुछ तस्वीरे

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शराब माफियों के खिलाफ हो कार्रवाई

देश में सबसे पहले गुजरात में शराब पर बैन लगा सालो तक यह शहर शराब मुक्त के नाम से जाना जाता रहा है, उसके बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2017 में शराबबंदी कर सबको को चौका दिया था बिहार की ही तर्ज पर यूपी में भी महिलाओँ ने शुुुरू में शराब बंदी के नाम पर मुहिम चलाई थी लेकिन उसके बाद सरकार भी इस पर चर्चा कर सकती है.शराब बंदी की चर्चा को लेकर जहां इस फैसलो को सराहा जा रहा है वही शराब व्यापारियों के लिये यह कोई सदमे से कम नही होगा.शराब की दुकानो के लाइसेंस का नवीनीकरण करने के लिए शराब व्यापारी एक साथ जमा हुए और प्रर्दशन किया.

शराब की दुकानों की दुकानों का रिन्यूअल…

लखनऊ के शराब व्यापारियों ने दुकानों का रिन्यूअल ना होने पर नाराजगी जाहिर की है साथ ही धरना प्रर्दशन कर अपना विरोध दर्ज कराया.दुकानों के रिन्यूअल के लिए शराब व्यापारी काफी दिनों से मांग कर रहे है.उनकी बाद सरकार द्वारा नही सुने जाने पर शराब व्यापारियोंं को सड़क पर उतरना पड़ा जहां उन्होनें हाथों में दफ्ती व बैनर लेकर विरोध प्रदर्शन किया.

माफियाओं की घुसपैट पर रोक लगे…

शराब व्यापारियों के प्रदर्शन में एक और बात का ज्रिक किया वह था कि बाहरी घुसपैठियों पर लगाम लगाई जाए.

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