मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को राजधानी लखनऊ के कल्ली पश्चिम रायबरेली रोड स्थित होमगार्ड विभाग के नवनिर्मित मंडलीय प्रशिक्षण केंद्र का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम में डीजीपी ओपी सिंह, कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर, डीजी होमगार्ड डॉ. सूर्य कुमार शुक्ला, राजेश अग्रवाल, मुकुट बिहारी वर्मा सहित तमाम पुलिस और होमगार्ड के अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता होमगॉर्ड मंत्री अनिल राजभर ने की। इस दौरान सीएम योगी ने बस्ती में जिला व मंडल होमगार्ड कार्यालय और केन्द्रीय प्रशिक्षण संस्थान के नव निर्मित बैरक का भी उद्घाटन किया
सीएम योगी का संबोधन:
उत्तर प्रदेश होमगार्ड को नई पहचान दिलाने का प्रयास किया जा रहा है।
होमगार्ड विभाग के पास अपना कार्यालय, ट्रेनिंग सेंटर हो और सारे संसाधन उपलब्ध हों, इसके लिए सरकार गंभीर है
होमगार्ड के पास अपना इंफ्रास्ट्रक्चर हो.
होमगार्ड की ड्यूटी के दौरान मृत्यु हो जाने पर किसी आर्थिक सहायता की व्यवस्था नहीं थी।
पहली बार 3-3 लाख रुपये की आर्थिक सहायता की व्यवस्था सरकार की ओर से की गई.
होम गार्ड के जवान को 375 रुपये प्रतिदिन दिया जाता है उसको बढ़ा कर 500 किया गया.
होमगार्ड विभाग को व्यवस्थित करने की दिशा में काम हो रहा है।
हर कार्य में होमगार्ड सहयोग कर रहे हैं।
वर्तमान में 25 हजार होमगार्ड को पुलिस के साथ लगाया गया है.
होमगार्ड को पर्याप्त प्रशिक्षण दिया जाए तो वे हर मोर्चे पर प्रदेश की जरूरत को पूरा कर सकते हैं।
आज प्रशिक्षण केंद्र आप लोगों को मिला है। इसे जीवन में नई किरण की तरह लें.
आपदा के कार्य में भी होमगार्ड के जवान अच्छा कार्य करते हैं।
ट्रैफिक नियंत्रण में उनका योगदान सबको नजर आता है.
समय से कार्य न होना बड़ी क्षति है
होमगार्ड की सुरक्षा व्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान
प्रदेश में शांति व्यवस्था बनाने के लिए होम गार्ड की भूमिका महत्वपूर्ण है.
होमगार्ड ने नमामि गंगे को लेकर एक जागरुकता यात्रा भी निकाली थी.
हर व्यक्ति गंगा की बात करता है। सबकी इच्छा गंगा में स्नान की होती है।
इसके बावजूद गंगा प्रदूषित है।
इसकी वजह है जागरूकता का अभाव।
औद्योगिक कचरा, सीवर व शव को गंगा में प्रवाहित कर दिया जाता है।
गंगा की रक्षा का दायित्व हम सब पर है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नमामि गंगा के लिए 20,000 करोड़ रुपये दिए हैं।
सरकार नालों, सीवर के जलशोधन समेत कई प्रयास कर रही है, लेकिन इसमें जनसहभागिता की भी आवश्यकता है: