बहुजन समाज पार्टी के वरिष्ठ नेता रहे नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने अपने बेटे सहित खुद को पार्टी से निकाले जाने के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती पर पलटवार करते गुरुवार को प्रेसवार्ता में ताबड़तोड़ कई खुलासे करते हुए बातचीत के सनसनीखेज ऑडियो मीडिया में जारी कर भूचाल मचा दिया। इससे आहत बसपा अध्यक्ष मायावती ने पलटवार करने के लिए शाम को 7 बजे प्रेसवार्ता बुलाई। हर बार राइट टाइम रहने वाली मायावती ने इस बार15 मिनट विलम्ब से अपना संबोधन शुरू किया। अपने सम्बोधन के दौरान वह काफी परेशान रहीं।
प्रेसवार्ता के दौरान मायावती ने कहीं ये बातें
- संबोधन की शुरुआत करते हुए मायावती ने कहा कि जैसा कि आप लोगों को भी पता है कि उत्तर प्रदेश में जो विधानसभा चुनाव हुए।
- बसपा ही नहीं बल्कि अन्य बड़ी पार्टियों को भी हार का सामना करना पड़ा।
- उसको लेकर हमने ईवीएम में गड़बड़ी होने की बात आप लोगों को बताई थी।
- पिछली 11 अप्रैल को धरना प्रदर्शन भी किया, इस मामले को लेकर हमारी पार्टी सुप्रीम कोर्ट में भी है।
- लेकिन उसके साथ साथ मैंने इस चुनाव का रिजल्ट आने के बाद अपनी जिम्मेदारी को निभाते हुए तो यह भी मैंने महसूस किया कि ईवीएम के साथ-साथ पूर्व मुझे पूरे उत्तर प्रदेश में पार्टी के कुछ वरिष्ठ लोगों को जो मैंने जिम्मेदारी दी हुई थी।
- उन्हें तय करके मेरे सामने लाने की उनके विषय में भी थोड़ा समीक्षा कर लें?
- जो जनता बीएसपी से जुड़ी है उनका क्या कहना है?
- हमारे पार्टी की हुई हार और गड़बड़ी के चलते मैंने समीक्षा की तो मैंने पाया कि एक व्यक्ति पार्टी गिराने का काम कर रहा है।
- मायावती ने कहा कि नसीमुद्दीन पिछले कई साल से मुस्लिम समाज से ताल्लुक रखते हैं।
- तो यह दलित, पिछड़े, अपर कास्ट से जुड़े रहे हैं, वह हमसे जुड़ने वाले नहीं हैं इनको यही देख लें।
- लेकिन चुनाव का नतीजा आने के बाद लखनऊ मंडल और विधानसभा के लोग थे।
- उन्होंने मुझसे कहा कि बहन जी हम आपसे कुछ बात करना चाहते हैं।
- यह ईवीएम में तो कुछ गड़बड़ी है लेकिन जिन को आपने हमारे ऊपर बैठ आया है उन्हें अगर पार्टी से अलग नहीं करेंगे तो आप की पार्टी आगे बढ़ने की वजह पीछे चली जाएगी।
बहुत बड़ा ब्लैकमेलर है नसीमुद्दीन
- मायावती ने कहा कि BSP की विचारधारा से जुड़े लोगों की बात मानकर उनके कार्यकाल की मैंने समीक्षा की।
- उनकी कार्यशैली से आहत होकर इनको बाहर निकाला गया है।
- क्योंकि पार्टी के जुड़े लोगों ने इनको पार्टी से अलग करने की बात बताई थी।
- उन्होंने पलटवार करते हुए कहा कि नसीमुद्दीन सिद्दीकी बहुत बड़ा ब्लैकमेलर, फेंकू है।
- वह बसपा से जुड़े लोगों को कॉल टेपिंग के जरिये ब्लैकमेल कर रहा था।
- मायावती ने आरोप लगाया कि नसीमुद्दीन कार्यकर्ताओं से बातचीत कर पैसे मांगता था।
- जब कार्यकर्ता पैसे देने को तैयार नहीं होते तो वह रिकार्डिंग मुझे सुनाने की बात कहकर धमकाता था कि यह बहन जी को सुना देंगे तो वह तुम्हे पार्टी से निकाल देंगी।
- इस बात से कार्यकर्ता आहत होकर पैसे दे देते थे।
- इसकी सूचना जब उन्हें मिली तो समीक्षा की गई तो हकीकत सामने आ गई और उन्हें पार्टी के बाहर का रास्ता दिखाया गया।
मुझे बताया बेटी गोद ली अब कह रहा मेरी थी
- मायावती ने कहा कि नसीमुद्दीन ने जिस बेटी की मौत का जिक्र आज मीडिया में किया।
- आज तक उस बेटी को वह यही बताते रहे कि उनकी कोई बेटी नहीं है सभी बेटे ही हैं।
- लेकिन जिस बेटी की मौत वह बता रहे हैं उसे भी गोद लेना बता रहे थे।
- माया ने कहा कि आज देखो अनिल अंबानी का कारोबार कहां पहुंच गया।
- वह एक आम आदमी थे और आज क्या बन गए।
- मायावती ने कहा कि जब से इस टेपिंग ब्लैकमेलर को जब से मैंने पार्टी से निकाला तब से सैकड़ों लोगों के फोन मेरे पास आये।
- सबने यही कहा कि आप ने बहुत अच्छा काम किया।
- उन्होंने कहा कि जबसे मैंने अपने छोटे भाई को पार्टी में जगह दी है तब से इसकी और हालत पतली हो रही है।
- उन्होंने कहा जो किताबें मैंने यूपी के लोगों को बंटवाने के लिए दी थीं।
- इसने वह भी नहीं दीं किसी को तो ये किताबें कहां गईं इसका भी जवाब नहीं।
- उन्होंने कहा इन्होने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा को भी भला बुरा कह रहे हैं।
- माया ने कहा कि जब उन्हें इतनी थी तकलीफ थी तो पार्टी में रहने के दौरान क्यों नहीं की।
- अब बीएसपी से निकाले जाने के बाद बेहूदी बातें क्यों कह रहे हैं।
- यह सब अपनी नाकामी छुपाने के लिए ही ऐसा कह रहे हैं।