प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र रामनगर स्थित लाल बहादुर शास्त्री जी का पैतृक घर पर ताला लगा है, जिसके कारण देशभर से आने वाले पर्यटकों को मायूस लौटना पड़ रहा है.
क्यों लगा है ताला-
- शास्त्री जी के घर पर पिछले तीन माह से ताला लगा हुआ है.
- इसका कारण सूबे का संस्कृति विभाग है.
- भवन की देखरेख के लिए रखे गए चौकीदार रिटायर हो चुके है.
- इसके बाद से किसी कर्मचारी की तैनाती नहीं हुई है.
कछुए की गति से चल रहा है आवास को स्मारक बनाने का काम-
- शास्त्री जी के पैतृक आवास को स्मारक बनाने के साथ-साथ संग्रहालय और पुस्तकालय का निर्माण भी लटका है.
- आवास को संग्रहालय बनाने की घोषणा हुए चार साल हो गए है.
- इसके लिए प्रदेश सरकार के द्वारा इस महीने प्रथम किश्त के रूप में 35.74 लाख की धनराशी अवमुक्त की गई है.
- इसके लिए उत्तर प्रदेश प्रोजेक्ट कारपोरेशन लिमिटेड को कार्यदायी संस्था नामित किया गया है.
- इस संस्था ने स्मारक बनाने के लिए 77.37 लाख का बजट प्रस्तुत किया था.
- मूल्यांकन के बाद 71.48 लाख रुपये की मंजूरी दी गई थी.
पर्यटक लौट रहे मायूस-
- रामनगर के प्राचीन किले के साथ इस समय वहां आयोजित विश्व प्रसिद्ध रामलीला होती है.
- इसको देखने के लिए देश-विदेश के पर्यटक आ रहे हैं.
- पूर्व प्रधानमंत्री की घर तालाबंदी होने के कारण उनको मायूस लौटना पड़ रहा है.
- पर्यटक ‘गुदड़ी के लाल’ नाम से मशहुर शास्त्री जी से जुड़ी चीज़ें नहीं देख पा रहे है.