उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सपा कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाकर योगी वापस जाओ के नारे लगाकर विरोध प्रदर्शन किया था। जिस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एक सिपाही की तहरीर पर सपा पदाधिकारियों पर डकैती का मुकदमा दर्ज किया है। इस दौरान सपा के पूर्व विधायक पद के प्रत्याशी शुजात आलम ने अपने समर्थकों सहित काफिला रोककर काले झंडे दिखाकर नारेबाजी की। जिसमें सपा नेता शुजात आलम सहित आधा दर्जन लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है।
डकैती मारपीट सहित संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज
वहीं सिपाही ने मुकदमा दर्ज कराते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री योगी को सपाइयों द्वारा काले झंडे दिखाने से पहले सीएम रूट सुरक्षा में लगा हुआ था। जिसके बाद सपाईयों द्वारा सिपाही को बंधक बना लिया गया। इस दौरान उसके साथ मारपीट की गई और उसका पर्स भी लूट लिया गया। सिपाही की तहरीर पर नगर कोतवाली में सपा नेता शुजात आलम, प्रेमवीर यादव, चार पांच अज्ञात सपा पदाधिकारी के विरुद्ध डकैती, मारपीट, सरकारी कार्य मे बाधा डालने सहित अन्य संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
ये था मामला-
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सपा कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाकर योगी वापस जाओ के नारे लगाकर विरोध प्रदर्शन किया था। यहां सपा के पूर्व विधायक पद के प्रत्याशी शुजात आलम ने अपने समर्थकों सहित काफिला रोककर काले झंडे दिखाकर नारेबाजी की थी। काले झंडे दिखाए जाने से प्रसाशनिक अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए थे। मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने काले झंडे छीन लिए और प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया। सीएम की सुरक्षा में चूक कैसे हुई इसकी पड़ताल पुलिस कर रही थी। वहीं सीएम योगी की सभा में भी काला झंडा दिखाया गया इससे अफरा-तफरी मची रही।