देवरिया में हुए संवासिनी गृह काण्ड के बाद शासन सख्ती दिखाते हुए जहाँ कानपुर के डीपीओ को निलंबित कर दिया है. और अब पूरे प्रदेश के बाल गृहों का निरिक्षण किया जा रहा है.
जाँच में संवासिनी गृह में मिली काफी कमियां:
कानपुर के राजकीय महिला संवासिनी गृह पहुंची 10 सदस्यीय जाँच टीम ने जाँच के बाद पाया कि संवासिनी ग्रह में सुविधाओं की काफी कमी है | जिलाधिकारी ने भी सुविधाओं की कमियों को माना और कहा कि जल्द कमियों को दूर किया जाएगा |
निरिक्षण के दौरान एमएलसी की फिसली जुबान:
कानपुर के राजकीय महिला आश्रम की जाँच करने पहुँची टीम के सदस्य के बयान से कुछ देर के लिए सन्नाटा फ़ैल गया | दरअसल कानपुर के राजकीय महिला आश्रम में जाँच टीम के सदस्य बन कर पहुंचे दिलीप सिंह उर्फ़ कल्लू यादव ने पहले तो महिला आश्रम में रह रही लड़कियों को सुविधाओं में कमी की बात कही और फिर ऐसा बयान दे गए की वहां उपस्थित सभी अधिकारियों और जाँच टीम सन्नाटे में आ गई | एमएलसी महोदय की ज़बान फिसली और बोल गए कि “बच्चियों का मान मर्दन अच्छे से होना चाहिए “
बता दें की मान मर्दन का अर्थ होता है मान का हनन करना.