लखनऊ विश्वविद्यालय में बुधवार को हुए बवाल के बाद लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति एसपी सिंह विश्वविद्यालय प्रशाशन के एक डेलिगेशन के साथ गुरुवार को DGP ओपी सिंह से मिलने उनके कार्यालय पहुंचे। यहां कुलपति ने स्थानीय पुलिस की लापरवाही की शिकायत की और दोषी पुलिसकर्मियों के निलंबन की मांग की जोकि विश्विद्यालय प्रशासन बवाल के दिन से ही कर रहा है।
मामले को गंभीरता से लेते हुए डीजपी ओपी सिंह ने सीओ महानगर अनुराग सिंह को तत्काल प्रभाव से हटा दिया। वहीं लखनऊ विश्वविद्यालय चौकी इंचार्ज को भी तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। वहीं पूरे मामले की जाँच लखनऊ रेंज के आईजी को सौंपी है। इस हमले में हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति विक्रमनाथ ने मामले को गंभीरता से लेते DGP उत्तर प्रदेश, SSP लखनऊ और लखनऊ विश्वविद्यालय के VC को तलब किया है।
वहीं लखनऊ विश्वविद्यालय में बवाल करने वालों को एफआईआर दर्ज करने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया है। निष्कासित छात्र आशीष मिश्र को गुडम्बा पुलिस थाने ले गई। कुछ छात्रों को भी हसनगंज थाने में बैठाया गया है। लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एसपी सिंह ने बताया कि सीसीटीवी कैमरे से फुटेज निकालकर चार लोगों की पहचान की गई है। इनमें आकाश लाला, विनय यादव, हिमांशु और आशीष मिश्र बॉक्सर हैं। इनके साथ 20-25 लोग और थे जिनकी पहचान नहीं हो सकी है। इन छात्रों के खिलाफ तहरीर गई थी।
लखनऊ विश्वविद्यालय प्रशासन ने कुछ पूर्व छात्रों को नए शैक्षिक सत्र में दाखिला देने पर रोक लगाई है। इसके विरोध में सोमवार से विश्वविद्यालय में भूख हड़ताल और विरोध प्रदर्शन चल रहा है। बता दें कि लखनऊ विश्वविद्यालय में प्रॉक्टोरियल टीम के सदस्यों को बुधवार को परिसर में दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया। उन पर पथराव भी हुआ जिससी 12 से ज्यादा शिक्षक चोटिल हो गए। उपद्रवियों ने कुलपति प्रो. एसपी सिंह को भी नहीं बख्शा और उनके साथ भी बदसलूकी की गई। घटना के विरोध में विश्वविद्यालय को बंद कर दिया गया है।
लखनऊ यूनिवर्सिटी के कुलपति की हठधर्मिता
वहीं छात्रों ने आरोप लगाते हुए कहा कि वह 14 दिन से धरने पर बैठे हैं लेकिन एलयू के वीसी एसपी सिंह ने छात्रों से बात तक नहीं की। 2 हफ्ते से लखनऊ विवि में माहौल खराब था। वीसी एसपी सिंह के अड़ियल रवैए के चलते हालात इतने बिगड़े। गलती पर गलती करते गए वीसी एसपी सिंह आज डीजीपी पर दबाव डालकर कार्रवाई कराई। गलती वीसी की सजा पुलिसवाले भुगत गए। आरोप है कि दबाव में आ जाना डीजीपी ओपी सिंह की आदत पुरानी रही है। एसपी सिंह के चलते कल हाईकोर्ट में सबकी पेशी है। अब देखने वाली बात ये होगी कि क्या राजभवन एसपी सिंह पर कार्रवाई करेगा?