2019 के लोकसभा चुनावों को देखते हुए सत्ताधारी दल बीजेपी ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। इसी क्रम में आज पीएम मोदी खुद आजमगढ़ आ रहे हैं जहाँ पर वे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का शिलान्यास करेंगे। इसके शिलान्यास के पहले ही समाजवादी पार्टी ने पहले ही इसके शिलान्यास हो जाने की बात कही है। इसके पहले अखिलेश सरकार में बने लखनऊ आगरा एक्सप्रेसवे को लेकर हुआ था जिसे कहा जा रहा था कि अखिलेश सरकार ने इसे काम पूरा हो जाने के पहले चालू किया था। आज हम आपको इन दोनों एक्सप्रेसवे की खासियत और विशेषता बताने जा रहे हैं।
13 हजार करोड़ की लागत से बना था आगरा एक्सप्रेसवे :
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे 13 हजार करोड़ की लागत से बना है। सड़क की कुल लंबाई 370 किलोमीटर और चौड़ाई 110 मीटर है। एक्सप्रेस-वे उन्नाव, कानपुर, हरदोई, औरैया, मैनपुरी, कन्नौज, इटावा और फिरोजाबाद से आगरा से जुड़ा है। एक्सप्रेस-वे के रास्ते में गंगा समेत पांच नदियां भी पड़ती हैं। इन्हें पार करने के लिए एक्सप्रेस वे पर 13 बड़े और 52 छोटे पुल व चार आरओबी बने हैं। सड़क पर आवाजाही में कोई रुकावट न हो इसका विशेष ध्यान रखते हुए 132 फुट ओवरब्रिज और गांव व कस्बों की सुविधा के लिए 59 अंडरपास दिए गए हैं।
तीन किमी लंबी हवाई पटटी के पास (खंभौली-कबीरपुर के बीच) एक्सप्रेस-वे की सड़क को आने वाले समय में 12 लेन किया जाएगा। सबसे बड़ी खासियत है कि आपात स्थिति मे हवाई पटटी पर जहाजों की लैंडिंग और टेकऑफ भी की जा सकेगी। इस दौरान दोनों ओर से ट्रैफिक भी चलता रहेगा।
काफी ख़ास है ‘पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे’ :
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे देश का सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे बताया जा रहा है। ये 354 किलोमीटर लंबा होगा जो लखनऊ से गाजीपुर तक बनेगा। इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से दिल्ली से गाजीपुर की दूरी कम होने के साथ ही सफ़र आसान होगा। लखनऊ के चंदसराय गांव से ये एक्सप्रेस-वे शुरू होगा। गाजीपुर के हैदरिया गांव तक ये एक्सप्रेस-वे बनेगा। इससे 4-5 घंटे में पूरा होगा लखनऊ-गाजीपुर का सफर। ये 6 लेन का एक्सप्रेस-वे होगा जो 8 लेन तक बढ़ा सकते हैं। ये टोटल कंट्रोल्ड एक्सप्रेस-वे होगा जो करीब 17000 करोड़ की लागत से बनकर तैयार होगा।
- अनुमानित कुल लंबाई- 353.406 किमी
- अनुमानित यात्रा का समय- 4:30-5 घंटे
- चौड़ाई – 120 मीटर
- कैरेजवे – 6 लेन (8 लेन तक बढ़ाया जा सकता है
- सर्विस रोड का प्रावधान
- आच्छादित जिले- लखनऊ, बाराबंकी, फैजाबाद, अंबेडकरनगर, अमेठी, सुल्तानपुर, आजमगढ़, मऊ, गाजीपुर
- पूर्णतः एक्सेस कंट्रोल्ड एक्सप्रेसवे
- पदयात्रियों, वाहनों और जानवरों के लिए अंडरपास का प्रावधान