राजधानी लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल में मंगलवार को एक बार फिर इमरजेंसी से लेकर वार्डों तक के सभी बेड फुल हो गए। अस्पताल में मरीजों की संखया बढ़ने से नए मरीजों को भर्ती करने में समस्या हो रही है। यहां सुबह से मरीजों के तीमारदार लाइन में लगे रहें तब जाकर शाम को मरीजों को भर्ती किया जा सका है। आलम यह है कि कई मरीजों को वार्डों के बाहर गैलरी में स्टेचर पर ही रखा गया है। अस्पताल में बेड की कमी के चलते गैलरी में मरीजों का इलाज किया जा रहा है।
- बलरामपुर अस्पताल में इमरजेंसी के 40 बेडों सहित सभी वार्डों के मिलाकर 656 बेड हैं।
- हालात यह है कि इन सभी पर मरीज भर्ती हैं और गैलरी में भी मरीजों की भारी भीड़ मौजूद है।
- इनमें से अधिकतर मरीज वे हैं, जिन्हें मेडिकल कॉलेज व ट्रॉमा सेंटर से रैफर किया गया।
- हर दिन मेडिकल कॉलेज व ट्रॉमा सेंटर से बीस से अधिक मरीज अस्पताल भेजे जा रहे हैं।
- अस्पताल अधिकारियों का कहना है कि मेडिकल कॉलेज व ट्रॉमा सेंटर से मरीजों को यहां भेजने से समस्या हो रही है।
- अस्पताल अधिकारी इस बात से भी परेशान हैं कि वहां से भेजे गए अधिकतर मरीज गंभीर होते हैं।
- इनको इमरजेंसी से जल्दी वार्डों में भी नहीं शिफ्ट किया जा सकता है, इससे इमरजेंसी में मरीजों की तादाद बढ़ी है।
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डॉक्टरों के हड़ताल पर जाने से बलरामपुर अस्पताल के वार्डों में लगे ताले!
वार्डों में भी नहीं बची जगहः
- यहां इमरजेंसी के साथ ही बने 35 वार्डों में भी मरीजों की भीड़ है।
- मौसम के बदले मिजाज के बीच मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।
- बाल रोग विभाग में भी मरीजों की भीड़ बढ़ी है।
- यहां तीस बेडों पर मरीज भर्ती हैं। इनमें कई तरह की बीमारियों से पीड़ित मरीज हैं।
- सबसे ज्यादा बुखार, निमोनिया व पेट की बीमारियों के मरीज भर्ती हैं।