पिछले कई महीनों से यूपी एसटीएफ को सूचना मिल रही थी कि यूपी में पेट्रोल पम्प पर तेल भरने वाली नोजल मशीन में चिप लगाकर और रिमोट कंट्रोल के जरिये डीजल-पेट्रोल को चोरी करके ग्राहकों को पम्पकर्मी चूना लगा रहे हैं।
- जिसके बाद से यूपी एसटीएफ ने लगातार छापे मारी कर के राजधानी के कई पेट्रोल पंप पर चिप बारामत कर उन्हें सीज कर दिया था।
- ऐसे में पेट्रोल चोरी और मिलावट की जांच के लिए 10 टीमों का गठन किया गया है।
- ये टीमें लखनऊ डीएम की देखरेख में कार्य करेंगी।
- यही नही इस मामले में 157 पेट्रोल पंपों की पहचान कर ली गई है।
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चिप और रिमोट कंट्रोल के जरिए चल रही थी घटतौली
- एसएसपी एसटीएफ अमित पाठक ने बताया कि सूचना मिली थी कि यूपी में बड़े स्तर पर पेट्रोल-डीजल घटतौली का खेल करने वाला एक गिरोह सक्रिय है।
- यह गिरोह पैसे लेकर तेल भरने वाली मशीन में चिप लगा देता है जिसे पम्पकर्मी रिमोट कंट्रोल के जरिये ऑपरेट करता है।
- इस सूचना पर महीनों मेहनत करने के बाद एसटीएफ ने इस रैकेट के लिए काम करने वाले राजेंद्र कुमार नाम के व्यक्ति को हिरासत में लिया गया था।
- उसने पूछताछ में बताया कि वह चिप लगाने के लिए पेट्रोलपंप मालिकों से 40 से 50 हजार रुपये लेता था।
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- पूछताछ में पकड़े गए आरोपी ने लखनऊ के सात और पूरे यूपी में एक हजार से ज्यादा पेट्रोलपंपों पर चिप लगाने की बात कबूली इसके बाद एसटीएफ की टीम ने जिला प्रशासन, आपूर्ति विभाग, तेल कंपनियों के प्रतिनिधियों और बांट माप तौल विभाग की टीमों के साथ शहर में उसके द्वारा बताये गए सातों पेट्रोलपंपों पर एक साथ छापेमारी की।
- इन पेट्रोलपंपों पर चिप और रिमोट कंट्रोल के जरिए घटतौली का काला खेल चल रहा था।
- इन पेट्रोल पंपों पर टीम ने छापे मारकर घटतौली का पर्दाफाश किया करते हुए सभी पेट्रोल पंपों की मशीनों में तेल चुराने के लिए लगाई गई चिप और इनके रिमोट बरामद किये हैं।
- एडीएम आपूर्ति अलका वर्मा ने कहा कि घटतौली करने वाले सभी सभी पंप सील किए जाएंगे।
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ऐसे चुराते थे तेल
- एसएसपी एसटीएफ ने बताया कि पेट्रोल पंप पर इस खेल को करने के लिए दो लोग शामिल रहते थे।
- एक पेट्रोल डालता था, दूसरा कैश लेकर खड़ा रहता था, कैश रखने वाला ही रिमोट रखता था।
- मौका मिलते ही वह रिमोट दबाकर घटतौली कर देता था।
- उन्होंने बताया कि ये लोग ग्रीन सर्किट, एमसीबी या पैनल में सर्किट लगाते थे।
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- इस चिप और रिमोट के जरिये हर लीटर पर 50-60 ml कम फ्यूल देते थे।
- उन्होंने बताया कि पंप के कर्मचारी द्वारा रिमोट दबाते ही पाइप से तेल गिरना बंद हो जाता था।
- लेकिन मशीन की स्क्रीन पर तेल और पैसे का मीटर अपनी रफ्तार से ही चलता रहता था।
- इस डिवाइस से पेट्रोलपंप मालिक हर लीटर पर पांच से छह प्रतिशत ईंधन की चपत लगा रहे थे।
- औसतन एक पेट्रोल पंप इस चोरी से ही रोज 40 से 50 हजार रुपये कमा रहा था।
यहां एसटीएफ ने की छापेमारी
- इंडियन ऑयल का साकेत फिलिंग स्टेशन फैजाबाद रोड।
- एचपीसी का लालता प्रसाद वैश्य फिलिंग स्टेशन मेडिकल कॉलेज चौराहा चौक।
- एचपीसी का लालता प्रसाद वैश्य फिलिंग स्टेशन सीतापुर रोड हसनगंज।
- भारत पेट्रोलियम का शिवनारायण फिलिंग स्टेशन हजरतगंज।
- भारत पेट्रोलियम का क्रूज ऑटोमोबाइल्स फन मॉल के पास गोमतीनगर।
- इंडियन ऑयल का स्टैंडर्ड फ्यूल मड़ियांव।
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