राजधानी के गोमतीनगर थाने में केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल की बहन पल्लवी पटेल (pallavi patel) सहित 5 लोगों के विरुद्ध धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज हुई है। इन सभी पर फर्जी दस्तावेज तैयार कर फ्लैट हड़पने का आरोप है। पुलिस ने पीड़ित की तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर मामले की पड़ताल शुरू कर दी है।
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क्या है पूरा मामला?
- पुलिस को दी गई तहरीर में पंकज त्रिपाठी पुत्र केशव प्रसाद त्रिपाठी निवासी रामगंज पक्का तालाब जिला फतेहपुर ने बताया है कि दिनांक 10 मई 2013 को एक फ्लैट मंगलम अपार्टमेंट में 1/36 विवेक खंड वार्ड राजीव गांधी नगर गोमती नगर लखनऊ में उपनिबंधक द्वितीय के यहां अतींद्र कौर के जरिए विक्रय विलेख क्रय किया था।
- तब से आज तक उन्हें फ़्लैट खिल है।
- पीड़ित का आना जाना अपने फ्लैट में निरंतर बना है।
- पीड़ित ने फ्लैट की उचित देख रहे के लिए पंकज सिंह पुत्र निरंजन सिंह ग्राम धाता के पास जिला फतेहपुर को अपने फ्लैट का एक कमरा दे रखा था।
- पीड़ित यदाकदा अपने फ्लैट पर आता था।
- तो उसको कभी कोई दिक्कत नहीं आई।
- परंतु पिछले छह-सात महीने से पीड़ित ने पंकज सिंह से यह कमरा खाली करने की बात कही।
- क्योंकि पीड़ित के बच्चों की पढ़ाई एडमिशन लखनऊ में ही होना था।
- इस कारण परिवार सहित आकर अपने फ्लैट में रहना उसके लिए सुविधाजनक था।
- लेकिन पंकज सिंह लगातार बहाने बनाता रहा और पीड़ित उस पर निरंतर विश्वास करता रहा।
- आरोप है कुछ दिनों से पंकज सिंह ने फ्लैट में एक महिला को भी रख लिया।
- इनकी बदनीयती सामने आई तब पीड़ित ने कहा मेरे बच्चों को परेशानी हो रही है कमरे को खाली कर दो।
- तब पंकज सिंह के साथ रह रही महिला ने कहा किया मकान पंकज सिंह का है।
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ददुआ डकैत का नाम लेकर धमकाया
- आरोप है महिला (पल्लवी पटेल) ने कहा कि पंकज सिंह ददुआ का रिश्तेदार है।
- मैं सांसद अनुप्रिया पटेल की सगी बहन हूं।
- हमने सारे कागज तैयार कर लिए हैं तुम्हारे खिलाफ FIR लिखवा दूंगी।
- इस पर पंकज सिंह बोले ददुआ मर गया है लेकिन उनके लोग नहीं।
- 15 दिन बाद फ्लैट से भी आओगे और परिवार सहित जान से भी जाओगे।
- कोई भी मकान हमसे खाली नहीं करा सकता।
- आरोप है कि अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए कहा कि हमारी पहुंच और पकड़ से तुम सब को झूठे मुकदमे में फंसा देंगे।
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दबंगों ने असलहों से डराया
- आरोप है कि इतने में ही चार पांच व्यक्ति मकान के अंदर घुस आए और अमर्यादित तरीके से असलाह दिखाकर यह कहने लगे कि जान की सलामती चाहते हो तो फ्लैट खाली करके चले जाओ।
- पीड़ित और उसका परिवार काफी डरा और सहम गया।
- कुछ देर बाद थाने से फोन आया कि आप के खिलाफ SSP के पास एक प्रार्थना पत्र दिया गया है कि आप थाने पर आएं और जब पीड़ित थाने पहुंचा।
- तो पंकज सिंह के साथ रह रही पल्लवी ने कहा कि यह फ्लैट मेरा है।
- यह लोग मुझे जबरन घर से बाहर निकाल रहे हैं।
- पंकज ने कहा कि यह फ्लैट में रहा है तथा फ्लैट का पंजीकरण विक्रय विलेख के नाम है।
- पीड़ित ने इस फ्लैट को ना ही किसी को किराए पर दिया है और ना ही किसी से विक्रय अनुबंध किया है।
- लेकिन अपने रसूख के कारण पीड़ित को रात भर तंग किया गया।
- पीड़ित ने कहा कि मैं अपने सारे मूल दस्तावेज प्रस्तुत कर रहा हूं।
- अगर इनके पास कोई दस्तावेज हों तो यह भी प्रस्तुत करें।
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थानेदार ने था फोन करके बुलाया
- 30 मई 2017 को थाने पर मौजूद तत्कालीन इस्पेक्टर जुबेर ने कहा कि कल मैं फोन करूं तो अपने अपने मूल दस्तावेज लेकर थाने पर दोनों पक्ष आ जाएं।
- पीड़ित गोमती नगर थाने FIR दर्ज कराने गया।
- लेकिन गोमती नगर थाना किसी दबाव में आकर उसकी FIR नहीं लिखी।
- ना ही पंकज सिंह द्वारा गोमती नगर थाने में दिए गए प्रार्थना पत्र में विक्रय अनुबंध पत्र की बात कही गई।
- जबकि यह फ्लैट के संबंध में कभी किसी से कोई अनुबंध नहीं दिया गया।
- पंकज सिंह द्वारा कुछ अपने सहयोगी व उसकी महिला मित्र के द्वारा रणनीति के चलते फ्लैट हड़पने के उद्देश्य से कूटरचित दस्तावेज सोच समझकर एक राय होकर षड्यंत्र के तहत फ्लैट का फर्जी अनुबंध बनाया गया।
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- इससे प्रतीत होता है यह लोग ठग हैं व जान बूझकर फर्जी दस्तावेज तैयार करवा कर व थाने में झूठे दस्तावेज लेकर थानाध्यक्ष को भी गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।
- फ्लैट के संबंध में सभी उचित न्यायिक जांच करवाया जाना अति आवश्यक है।
- दोषी व्यक्तियों के विरुद्ध दंडात्मक कार्यवाही की आवश्यकता है।
- पीड़ित की इस तहरीर के आधार पर गोमती नगर थाना प्रभारी ने पंकज सिंह, पल्लवी पटेल (pallavi patel) , विशाल तिवारी, देवेंद्र प्रताप सिंह, विजय प्रताप सिंह पर भारतीय दंड संहिता की धारा 147, 148, 149, 419, 420, 467, 468, 471, 504, 506 के तहत केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
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