राजधानी लखनऊ के पीजीआई थाना क्षेत्र के तेलीबाग सुहानी खेड़ा स्थित मुख्य मार्ग पर रहने वाले व्यापारी मोतीलाल अग्रवाल के घर पड़ी डकैती का पुलिस ने 24 घंटे के भीतर खुलासा करते हुए सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पांच डकैतों को गिरफ्तार करने का दावा किया है। एसएसपी द्वारा गठित की गई एंटी डकैती सेल, क्राइम ब्रांच और सर्विलांस सेल की मदद से अभियुक्तों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। एसएसपी ने बताया कि पीजीआई में डकैती एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे भावी डॉक्टर और फार्मासिस्ट ने अपने साथियों के साथ मिलकर डाली थी। इस घटना के साथ-साथ कई अन्य घटनाओं के भी पुलिस को अहम सुराग मिले हैं। पुलिस ने अभियुक्तों के कब्जे से लूट का सामान भी बरामद किया है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर आगे की कार्रवाई कर रही है। वहीं व्यापारी नेता संजय गुप्ता ने एसएसपी कलानिधि नैथानी और सीओ तनु उपाध्याय को गुलदस्ता भेंटकर सम्मानित किया। खुलासे से गदगद व्यापारियों ने एसएसपी की टीम की प्रशंसा की है।
एसएसपी ने बताया यह एक संगठित गिरोह है। जिसका सरगना सुमैल हाल ही में जेल से जमानत पर बाहर आया था। जो कि जनपद के अच्छे वह बड़े घरों की रेकी की करता है। बाकी के सदस्य घटना कारित करने के एक दिन पहले चिन्हित स्थान पर एकत्र होकर चार पहिया वाहन (यूपी 32 केएन 2665) से घटना को अंजाम देते थे। घटना कारित करते समय दो तीन बदमाश घर के बाहर चलते रहते थे एवं बाकी सब्बल की सहायता से घरों में लगे तारों को तोड़ कर अंदर प्रवेश करते हैं। प्रवेश करते ही परिवार के सदस्यों को सलाह एवं सफल से डराकर बलपूर्वक बंधक बना लेते और नगदी आभूषण व कीमती सामान लूटकर फरार हो जाते थे। पकड़े गए अभियुक्तों ने पूछताछ में अपना नाम सुनील हसन रिजवी पुत्र हासिम नवाब निवासी निकट कटरा मोहम्मद सहादतगंज, वैभव सचान पुत्र गणेश सचान निवासी अलीनगर सुनहरा कृष्णानगर, दीपक कश्यप पुत्र कुंदन लाल निवासी ग्राम मलहा काकोरी, शिवा पुत्र बच्चू कनौजिया निवासी माधवगंज चौराहा सरोजिनी नगर और अनुज गौतम उर्फ छोटू पुत्र रमेश प्रसाद निवासी मानस नगर कृष्णानगर बताया है। अभियुक्त के पास से 6,58,350 रुपये नगद, घटना में लूटे के सोने चांदी के आभूषण, चांदी के सिक्के अन्य घटनाओं से संबंधित 13 मोबाईल फोन, घटना में प्रयुक्त जी का एक लोहे की रॉड, 12 बोर का तमंचा, 2 जिंदा कारतूस एवं नकब बरामद किया है।
गौरतलब है कि मोतीलाल अग्रवाल की गोयल जनरल स्टोर के नाम से किराना दुकान है। बेसमेंट और ग्राउंड फ्लोर पर वे दुकान चलाते हैं जबकि परिवार प्रथम तल पर रहता है। उन्होंने बताया कि वो और उनकी पत्नी सरोज अपने कमरे में सो रहे थे जबकि बेटा आकाश और बेटी श्रद्धा दूसरे कमरे में सो रहे थे। सोमवार सुबह के करीब पांच बजे 4:00 नकाबपोश बदमाश हाथ में सरिया, पेंचकस और असलहे लेकर उनके कमरे में घुस आए और दंपती को काबू में कर लिया। बदमाशों ने उनसे तिजोरी और गोदाम की चाबी मांगी। व्यापारी दंपती ने पहले तो विरोध किया लेकिन जब बदमाशों ने बच्चों को मार डालने की धमकी दी तो मोतीलाल ने उन्हें चाबियां सौंप दीं। इसके बाद डकैतों ने तिजोरी से लाखों रुपये नगद और जेवरात लूट लिए। वहीं, गोदाम से भी काफी सामान निकाल लिया। सरोज की चेन, कंगन और कान के झुमके भी उतरवा लिए।
पीड़ित के मुताबिक, मकान के निचले हिस्से में जनरल स्टोर में 3 चैनल लगे हुए हैं। नकाबपोश डकैत तीन चैनल गेटों पर लगे पांच तालों को तोड़कर दंपती के कमरे तक पहुंचे थे। मोतीलाल ने बताया कि घर के मुख्य चैनल गेट पर लगे दो ताले, सीढ़ियों पर लगे चैनल का ताला और आवासीय तल के चैनल पर लगे दो तालों को तोड़ डाला था। पीड़ितों ने बताया कि बदमाशों ने असलहा तान दिया और रकम मांगने लगे। उन्होंने रकम ना होने की बात कही तो उनकी पत्नी को बदमाशों ने बाथरूम में बंद कर दिया और मोती लाल को चादर से बांधकर डाल दिया। इस दौरान बदमाशों की हरकत देख बच्चे सहम गए और चुपचाप ये नजारा देखते रहे। बदमाशों ने घर में रखी अलमारी को तोड़ दिया। बदमाशों ने अलमारी में रखी नगदी और जेवरात लूट लिए। मोतीलाल ने बताया कि डकैतों ने बच्चों को बिल्कुल भी परेशान नहीं किया लेकिन जाते-जाते उनके और पत्नी के हाथ-मुंह बांधकर उन्हें बाथरूम में बंद कर दिया। जब उन्हें लगा कि बदमाश चले गए तो दंपती ने शोर मचाया। शोर सुनकर जगे बच्चों ने उन्हें छुड़ाया और फिर पुलिस को खबर की गई। मौके पर पहुंची सीओ तनु उपाध्याय ने टीम के साथ घटनास्थल की जांच कर पीड़ितों से पूछताछ की।
डकैतों को घर में लगे हर सीसीटीवी कैमरे की जानकारी थी। मुख्य द्वार से अंदर घर तक चार सीसीटीवी कैमरे लगे थे, सभी को बदमाशों ने तोड़ दिया है। हालांकि, पुलिस इनसे ही कुछ सुराग तलाशने में जुटी है। इतनी सुबह लोग टलहने निकलते हैं, फिर भी किसी की नजर नहीं पड़ी। मोतीलाल के अनुसार, वारदात सुबह चार बजे के करीब हुई। दुकान तेलीबाग के मुख्य बाजार में है। अमूमन लोग इस समय उठकर सड़कों पर टहलते हैं या फिर जॉगिंग करते हैं। अब सवाल ये उठता है कि क्या किसी ने भी बदमाशों को व्यापारी के घर में घुसते नहीं देखा। मुख्य द्वार के चैनल पर लगे दो-दो तालों को तोड़ने में भी समय लगा होगा, फिर भी न किसी ने देखा और न ही सुना। पीड़ितों के मुताबिक बदमाश करीब डेढ़ घंटे घर डालते रहे। सुबह करीब 5:30 बजे बदमाशों के जाने के बाद जब बच्चे उठे। उन्होंने अपनी मां को बाथरूम से बाहर निकाला और पिताजी को चादर से खोला। इसके बाद पीड़ित ने पुलिस को सूचना दी। पीड़ित के मुताबिक, बदमाशों ने करीब 50 लाख रुपए की डकैती डाली। इसमें नगदी और ज्वैलरी का सामान शामिल है। बता दें कि व्यापारियों ने 48 घंटे की भीतर घटना का खुलासा ना होने पर सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करने की चेतावनी दी थी।
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