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उम्मीद की जा रही है कि प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत जल्द ही प्रदेश के गरीब परिवारो को एलपीजी कनेक्शन उपलब्ध कराये जाएंगे।
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उज्जवला स्कीम में आर्थिक तौर पर कमजोर व्यक्तियों की पहचान जनगणना-2011 के आंकड़ों से की जा रही है। जिसके मुताबिक राजधानी में आर्थिक रूप से कमजोर करीब 5.50 लाख परिवार हैं।
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सूत्रों के मुताबिक, इंडियन ऑयल को एक-दो दिन के भीतर राजधानी का डेटा मिल जाएगा, जिसके बाद लाभार्थियों का चयन कर उन्हें फ्री एलपीजी कनेक्शन बांटने का काम शुरू हो जाएगा।
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इंडियन ऑयल के कार्यकारी निदेशक एके वर्मा ने बताया कि एलपीजी की सबसे ज्यादा कमी पूर्वी यूपी के जिलों में है। इसी आधार कनेक्शनों की संख्या बढ़ाने के साथ नए बॉटलिंग प्लांट लगाने की भी योजना है।
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खाद्य एवं रसद विभाग के मुताबिक, प्रदेश में करीब 1.03 लाख बीपीएल कार्डधारक हैं, लेकिन इनमें से करीब 8 लाख लोगों के पास ही एलपीजी कनेक्शन हैं। उज्ज्वला स्कीम लागू होने पर 1500 नई गैस एजेंसियों की जरूरत होगी।
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इंडियन ऑयल के अधिकारियों ने बताया कि उज्जवला स्कीम लॉन्च होने के बाद एलपीजी उपभोक्ताओं की संख्या में इजाफा तय है। अगले डेढ़ साल के भीतर 100 फीसदी बीपीएल परिवारों तक एलपीजी पहुंचाने का लक्ष्य है।
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लिहाजा तय समय में एलपीजी पहुंचाने के लिए बांदा, मऊ और बलिया में नए बॉटलिंग प्लांट के लिए जमीन ढूंढ़ने का काम शुरू कर दिया गया है। इसके अलावा गोरखपुर बॉटलिंग प्लांट के काम में भी तेजी लाई जा रही है।
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