उत्तर प्रदेश में बढ़ते डेंगू के कहर के बाद हाई कोर्ट ने जब मामले का संज्ञान लिया तो स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू की रोकथाम के लिए एक नया तरीका निकाला है।
स्वास्थ्य विभाग ने बनायी ‘मच्छरपकड़ टीम’:
- उत्तर प्रदेश में डेंगू की मार के चलते हाई कोर्ट ने मामले में राज्य सरकार को फटकार लगायी थी ।
- जिसके बाद उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू की रोकथाम के लिए नया तरीका इजाद किया है।
- स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश में डेंगू की समस्या से निपटने के लिए मच्छरपकड़ टीम बनायी है।
- जिसके बाद मच्छरपकड़ टीम ने राजधानी लखनऊ में अपनी धरपकड़ शुरू कर दी है।
मच्छरपकड़ टीम ने पकड़े 361 एडीज मच्छर:
- डेंगू की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग ने राजधानी लखनऊ में मच्छरपकड़ टीम की तैनाती कर दी है।
- इस टीम का काम राजधानी में डेंगू के लिए जिम्मेदार एडीज मच्छरों को पकड़ना है।
- स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मानें तो मच्छरपकड़ टीम ने अभी तक राजधानी लखनऊ में करीब 361 एडीज मच्छरों को पकड़ लिया है।
- इसके अलावा डेंगू से होने वाली मौतों के आंकड़ों पर हीलाहवाली करने वाले अधिकारी मच्छरों की संख्या को बताते समय गर्व का अनुभव कर रहे हैं।
क्या है ‘मच्छरपकड़ टीम’?:
- नगर मलेरिया अधिकारी डॉ० एपी सिंह के अनुसार, इन्सेक्ट कलेक्टर की चार टीम बनायी गयी हैं।
- जिन्हें मच्छरों को पहचानने पर पकड़ने का प्रशिक्षण दिया गया है।
- वहीँ टीम को रात में काम करने के लिए बोला गया है, क्योंकि डेंगू का मच्छर दिन में काटता है, रात में वो छुपा रहता है।
ऐसे पकड़ती है ‘मच्छरपकड़ टीम’ मच्छर:
- इन्सेक्ट कलेक्टर टीडी भट्टाचार्य के मुताबिक, अँधेरा होने के बाद जहाँ मच्छर होने की सम्भावना होती है।
- वहां पर टॉर्च से रौशनी की जाती है, क्योंकि मच्छर रौशनी में उड़ता नहीं है।
- उसके बाद टेस्ट ट्यूब का मुंह के सामने कर तेजी से हवा खींची जाती है।
- इस प्रक्रिया से एक बार में 4-5 मच्छर आ जाते हैं।
- जिनमें से डेंगू के मच्छरों को पहचान कर उन्हें मार दिया जाता है।