ज्येष्ठ की दोपहरी में पांव जले हैं…ये गाना मई-जून की गर्मी का हाल बयां करता है। वास्तव में मई-जून का महीना काफी गर्म होता है। लेकिन इस साल होली के बाद से जिस तरह से गर्मी पड़ रही है मानों ज्येष्ठ का महीना अप्रैल में ही आ गया है। अप्रैल के मध्य में ही पारा दिन-प्रतिदिन 40-42 को पार कर जा रहा है। गर्मी इस कदर पड़ रही है कि घर से बाहर निकलना भी दूभर हो गया है।

 देशभर में पड़ रही है भयंकर गर्मी :

  • देश के अलग-अलग हिस्से में भयंकर गर्मी पड़ रही है।
  • गर्मी का आलम यह है कि कई शहरों में तापमान 40-42 डिग्री के पार पहुंच गया है।
  • रोजाना बढ़ती गर्मी के साथ लू लगने और डी-हाइड्रेशन की समस्या बढ़़ गई है।
  • बढ़ती गर्मी, लू और डी-हाइड्रेशन की चपेट में न सिर्फ बच्चे बल्कि बड़े बूढ़े भी आ रहे है।

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लखनऊ की सड़कों पर पसरा सन्नाटा :

  • बढ़ती गर्मी के कारण राजधानी लखनऊ पर दिन में ही सन्नाटा पसरा हुआ है।
  • लोग भीषण गर्मी और गर्म हवाओं के कारण घर से बाहर निकलने से बच रहे हैं।
  • जो लोग बाहर निकल रहे हैं वो रुमाल व तौलिये से मुंह और सर ढ़ककर इस चिलचिलाती गर्मी से खुद का बचाव कर रहे हैं।
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