एटा स्कूल बस हादसे पर आज हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने एटा जिला प्रशासन और राज्य सरकार से अब तक की जानकारी मांगी है. हाईकोर्ट ने जानकारी मांगते हुए एटा जिला प्रशासन और राज्य सरकार से पुछा की एटा हादसे के मामले में अब तक क्या कार्रवाई की है. हाईकोर्ट ने इस मामले पर एटा जिला प्रशासन और राज्य सरकार से 2 फ़रवरी तक जवाब माँगा है. बता दें कि हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में दायर याचिका की सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने ये जानकारी मांगी है.
ऐसे हुआ था एटा हादसा
- एटा जिले के अलीगंज थाना क्षेत्र के असदपुर गांव के पास गुरुवार सुबह करीब 60 बच्चों को लेकर स्कूल जा रही जेएस पब्लिक स्कूल की बस एक ट्रक से टकरा गई।
- टक्कर इतनी भयंकर थी कि बस में बैठे 22 बच्चों की मौत हो गई.
- जबकि 35 से अधिक बच्चे जख्मी हो गए.
- वहीं ट्रक गहरी खाई में जा गिरा, हादसे के वक्त हजारों लोगों की भीड़ मौके पर इकठ्ठा हो गई.
- हादसे के वक्त चीख -पुकार मची तो राहगीर दौड़े और पुलिस को इसकी सूचना दी.
- हादसे की खबर मिलते ही मौके पर जिलाधिकारी, कप्तान सहित कई थानों की पुलिस ने रेस्क्यू ऑपरेशन करके बस में फंसे बच्चों के शवों को निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया था.
एटा हादसे मारे गए 21 बच्चों के नाम इस प्रकार हैं
- नितिन ,दीपक, प्रिया, आदेश,करिश्मा ,शीनू ,किशनपाल ,
- प्रमोद ,श्याम ,अनुज, आकाश, विकास, अभिषेक, अंशू ,
- गुड़िया, मिलन,राजेंद्र, अंशिका, किशन, शिवानी, लविश
- सभी बच्चे निवासी नगला उम्मेद थाना अलीगंज, एटा के रहने वाले हैं.
- बता दें की हादसे के समय बस में 64 बच्चे सवार थे.
स्कूल बस पर नही था कोई नंबर -डीएम एटा
- एटा हादसे के दौरान डीएम एटा ने बताया था की बच्चों को स्कूल ले जा रही बस पर कोई नंबर नही था.
- इससे साबित हो जाता है की प्रशासन कितनी बड़ी लापरवाही बरत रहा था.
- हालांकि हादसे के बाद स्कूल की मान्यता रद्द करने का आदेश दे दिया गया था.
- साथ ही इस मामले में एटा के आरटीओ जेपी गुप्ता को निलंबित कर दिया गया था.
- जेपी गुप्ता को लापरवाही के मामले में सस्पेंड किया गया था.
- यही नही बस दुर्घटना मामले में दो FIR दर्ज की गयी थीं.
- पहली FIR ट्रक ड्राईवर पर और दूसरी स्कूल प्रबंधन पर दर्ज की गयी था.