उत्तर प्रदेश सरकार ने इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ पीठ में सुनवाई के दौरान डेंगू पर प्रशासनिक लापरवाही को मान लिया है।
मुख्य सचिव ने माना गलती हुई:
- यूपी सरकार ने लखनऊ हाई कोर्ट में सुनवाई के दौरान डेंगू पर प्रशासनिक लापरवाही को मान लिया है।
- प्रदेश के मुख्य सचिव राहुल भटनागर ने जस्टिस एपी शाही और जस्टिस डीके उपाध्याय के सामने प्रशासन की गलती मानी।
- इसके अलावा मुख्य सचिव राहुल भटनागर ने खंडपीठ के सामने डेंगू से निपटने का प्लान भी प्रस्तुत किया।
डेंगू पर लापरवाही के चलते हाई कोर्ट सख्त:
- सुनवाई के दौरान हाई कोर्ट ने मुख्य सचिव से पूछा कि, सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में डेंगू के मरीजों के लिए क्या प्रोटोकॉल हैं?
- वहीँ कोर्ट ने ये भी कहा कि, डेंगू को कण्ट्रोल करने में राज्य सरकार ने इच्छाशक्ति की कमजोरी दिखाई है।
- इसी में आगे जोड़ते हुए कोर्ट ने कहा कि, इसके चलते लोगों का स्वास्थ्य दांव पर है।
- मामले की अगली सुनवाई 15 नवम्बर को होनी है।
इससे पहले कोर्ट ने कहा था, असंवैधानिक विफलता:
- मामले की इससे पहले सुनवाई 25 अक्टूबर को हुई थी, जिसमें कोर्ट ने मामले में असंवैधानिक विफलता बताया था।
- कोर्ट ने ये भी कहा कि, हम आर्डर पास करते-करते परेशान हो गए हैं।
हाई कोर्ट ने पूछा क्यों न लगे राष्ट्रपति शासन:
- डेंगू के चलते कोर्ट ने मुख्य सचिव से ये भी पूछा कि, वो एक वजह बताये कि, राज्य में राष्ट्रपति शासन क्यों न लगे।
- वही कोर्ट ने राज्य सरकार द्वारा झूठे हलफनामे देने की भी बात की थी।