राजधानी लखनऊ में एक मासूम एम्बुलेंस (india hospital) ड्राइवर के कमीशन की भेंट चढ़ गया। आपातकालीन सेवा एम्बुलेंस के ड्राइवर ने छत से गिरकर गंभीर रूप से घालय मासूम के परिवार वालों से पहले ही मोटी रकम ले ली।
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- इसके बाद उसने लखनऊ के सरकारी अस्पतालों को छोड़कर एक ऐसे अस्पताल में भर्ती कराया जहां डॉक्टरों ने पीड़ित परिवार वालों से मोटी रकम लेकर मासूम की जान ले ली।
- लापरवाह अस्पताल के डॉक्टरों ने मासूम को ठीक बताकर घर भेज दिया।
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- लेकिन आईटी चौराहे के पास पहुंचते ही मासूम की सांसे थम गईं।
- इसके बाद परिजन अस्पताल वापस आये और हंगामा काटने लगे।
- हंगामे की सूचना मिलते ही हसनगंज पुलिस मौके पर पहुंची तब तक डॉक्टर और अस्पताल प्रशासन मौके से भाग गया।
- पुलिस ने पीड़ित परिवार (india hospital) को कार्रवाई का आश्वासन देकर घंटों बाद हंगामा समाप्त करवाया।
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एम्बुलेंस ड्राइवर में पहले जी वसूली मोटी रकम
- जानकारी के मुताबिक, नेपाल बॉर्डर सिद्धार्थनगर कपिलवस्तु में रहने वाले जितेंद्र ने बताया कि उनका बेटा सर्वेश (4) मंगलवार को छत से गिर गया था।
- इस हादसे में वह गंभीर रूप से घायल हो गया था।
- परिवार वालों ने जब हालत गंभीर देखी तो वह उसे एम्बुलेंस के जरिये लखनऊ ले आये।
- परिजनों ने बताया कि यहां एम्बुलेंस ड्राइवर ने उनसे 25000 रुपये ले लिए।
- आरोप है कि एम्बुलेंस ड्राइवर ने मोटे कमीशन के चक्कर में लखनऊ के लोहिया, ट्रॉमा सेंटर जैसे प्रतिष्ठित अस्पतालों में मासूम को भर्ती ना कराकर, अंजान पीड़ित परिवार को हसनगंज के मेन रोड बांस मंडी C-256 स्थित india hospital and trauma centre में भर्ती करा दिया।
- आरोप है कि एम्बुलेंस ड्राइवर ने कहा कि ये बड़ा अस्पताल है और बड़ा बड़ा लिखा है यहां आप का बच्चा सही हो जायेगा।
डॉक्टरों पर गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप
- पीड़ितों ने बताया कि अस्पताल के डॉक्टरों ने भी उनसे 20 हजार रुपये ले लिए।
- इसके बाद इलाज शुरू किया।
- आरोप है कि डॉक्टरों ने बच्चे को गलत दवाइयां और इंजेक्शन लगा दिया।
- बुधवार सुबह घरवालों से कह दिया कि आप का बच्चा सही हो गया है।
- पीड़ित परिवार जब मासूम को लेकर आईटी चौराहे के पास पहुंचा ही था कि मासूम की सांसे थम गईं।
- इसके बाद घर वालों का रो-रो कर बुरा हाल है।
45 हजार में कलयुगी डॉक्टरों ने दी मौत
- घरवाले रो-रो कर बस यही कह रहे थे कि जिसने जितने पैसे मांगे उसको उतने दिए।
- 45 हजार खर्च होने के बाद भी उनके बेटे को डॉक्टरों ने मौत दे दी।
- पीड़ित परिवार ने लापरवाह डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कठोर कार्रवाई की मांग की है।
मासूम की मौत के बाद परिजनों ने काटा हंगामा
- डॉक्टरों की लापरवाही से हुई मासूम की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा काटा।
- बवाल बढ़ता देख डॉक्टर और अस्पताल प्रशासन कर्मचारियों सहित मौके से भाग गए।
- हंगामे की सूचना मिलते ही हसनगंज पुलिस मौके पर पहुंची।
- पुलिस ने पीड़ित परिवार को कार्रवाई का आश्वासन देकर घंटों बाद हंगामा समाप्त करवाया।
शहर भर में चलता है कमीशन का खेल
- एम्बुलेंस ड्राइवरों की सेटिंग का खेल केवल इसी अस्पताल में नहीं है।
- राजधानी के शहर से लेकर देहात क्षेत्र तक कुकुरमुत्ते की तरह फैले अस्पतालों के मकड़जाल में प्राइवेट ही नहीं बल्कि सरकारी एम्बुलेंसों के ड्राइवर भी हैं।
- ये ड्राइवर कमीशन के चक्कर में अच्छे अस्पतालों में मरीजों को ले जाने के बजाय इन्हीं छोलाछाप डॉक्टरों के हवाले करके जिंदगियों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।
- लेकिन ऊपर तक कमीशन की रकम पहुँचने के चलते जिम्मेदार अधिकारी कार्रवाई करने के बजाय कुंडली मारकर चुपचाप बैठे हुए हैं।
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