उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के ड्रीम प्रोजेक्ट में सबसे ख़ास है लखनऊ मेट्रो। उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों के पहले ही सीएम अखिलेश लखनऊ मेट्रो को दौड़ा देना चाहते है जिससे वे चुनाव के दौरान अपने द्वारा किये गए ज्यादा से ज्यादा विकास कार्य का उल्लेख कर सकें। इसी कारण लखनऊ मेट्रो के निर्माण कार्य इस समय काफी तेजी से हो रहा है और अपने अंतिम रूप में है। आज मुख्यमंत्री अखिलेश यादव लखनऊ मेट्रो का उद्घाटन करेंगे तो इसको लेकर सियासत भी तेज हो गयी है।
राजनाथ को नहीं भेजा न्यौताः
- लखनऊ मेट्रो के ट्रायल रन के लिए केन्द्रीय गृहमंत्री और लखनऊ सांसद राजनाथ सिंह को न्यौता नहीं भेजा गया है।
- जिसे लेकर केन्द्र सरकार ने नाराजगी जाहिर की है।
- केन्द्रीय शहरी विकास सचिव राजीव गाबा ने पत्र भेजकर कहा कि केन्द्रीय सहायता से चल रहे प्रोजेक्ट के लिए स्थानीय सांसद को बुलाना चाहिए था।
- इसके साथ ही केन्द्र ने राज्य सरकार को कार्यक्रम में फेरबदल की सलाह भी दी थी।
- वहीं, राजनाथ सिंह को ना बुलाये जाने पर भाजपा आक्रमक हो गयी है।
- भाजपना नेताओं का आरोप है कि अखिलेश यादव खुद ही इस योजना का पूरा श्रेय लेना चाहते हैं।
- जबकि लखनऊ मेट्रो के लिए केन्द्रीय सहायता ली जा रही है।
मुख्य सचिव ने पेश की सफाईः
- केन्द्र की नाराजगी पर मुख्य सचिव राहुल भटनागर ने सफाई देते हुए कहा कि यह सिर्फ ट्रायल रन है उद्घाटन कार्यक्रम नहीं।
- भटनागर ने कहा कि शहरी विकास मंत्री कार्यक्रम में आना चाहते थे इसलिए उन्हें आमंत्रित किया गया।
- अगर उद्घाटन कार्यक्रम होता तो केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह को भी निमंत्रण भेजा जाता।
- उन्होने बताया कि केन्द्र के एक अधिकारी ने कार्यक्रम बदले के लिए कहा था, क्योकि शहरी विकास मंत्री व्यस्त हैं।
- लेकिन यह कार्यक्रम पूर्व निर्धारित है और इसे बदला नहीं जा सकता।