मेट्रो के भूमिगत स्टेशन बनने के दौरान 2 साल तक लखनऊ का ट्रैफिक रहेगा ‘डायवर्ट’
Ishaat zaidi
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पिछले कई महीनोंं से मेट्रो रेल के लिए निर्माण कार्य चल रहा है। शहर में जहां पर राज्य सरकार की इस परियोजना का निर्माण कार्य चल रहा है वहां से गुुजरने वालेे लोग ट्रैफिक से सम्बन्धित तमाम समस्याओं का सामना कर रहेेंं हैंं। सभी को अपने शहर में मेट्रो से सफर करने का इन्तेजार है इसलिए किसी को इस निर्माण कार्य की वजह से होने वाली असुुविधाओं से कोई शिकायत नही है। लेकिन अब जब मेट्रो के भूमिगत स्टेशन बनाने की बात की जा रही है तो इसके निर्माण में लखनऊ के तमाम रूट डायवर्ड हो सकते है। लखनऊ मेट्रो रेल कारपोरेशन (एलएमआरसी) ने ट्रैफिक डायवर्जन को लेकर रूट मैप तैयार कर लिया है। इस रूट मैप को जुलाई से लागू करने की तैयारी है। यह डायवर्जन चारबाग से शुरू हो जाएगा। शुरू में जहां काम शुरू होगा वहां इस रूट मैप को लागू कराया जाएगा फिर जरूरत पड़ने पर हजरतगंज स्टेशन तक इसे लागू किया जाएगा। इस मसौदे से एलएमआरसी ने जिला प्रशासन व ट्रैफिक पुलिस को अवगत करा दिया है। अगर बहुत ही जरूरी होगा तभी रूट में बदलाव होगा। हालांकि इसे लागू करने से पूर्व जिला प्रशासन व यातायात पुलिस एक बार मेट्रो अफसरों के साथ बैठक करके फाइनल टच देगी। इन रूटों को पूरी तरह डायवर्ट किया जा सकता है।
हुसैनगंज मेट्रो स्टेशन के पास तीन सौ मीटर का एरिया वन वे होगा। इस रोड का इस्तेमाल करने वाले लोगों की सहूलियत के लिए एलएमआरसी ने रूट मैप तैयार किया है।
गुरु गोविंद सिंह मार्ग को पूरी तरह डायवर्ट किया जा सकता है। इसके अलावा गुरु गोविन्द सिंह मार्ग से गौतम बुद्ध मार्ग और एपी सेन रोड पर भी आ सकेंगे।
हजरतगंज में भीड़ को कंट्रोल करने के लिए कई प्लान तैयार किए गए है। इससे लोग अलग अलग रास्ते से हजरतगंज पहुंच सकेंगे। लोगों को हजरतगंज न जाना पड़े, इसके लिए महात्मा गांधी मार्ग से कैपर रोड और त्रिलोकी नाथ रोड होते हुए हजरतगंज के मुख्य मार्ग से जुड़ सकेंगे।
हजरतगंज चौराहे से पार्क रोड और विधान सभा मार्ग की ओर आ जा सकेंगे। मेट्रो के काम में कोई बाधा न आए इसके लिए पर्याप्त संख्या में कार्यदायी संस्था मार्शल तैनात करवाएगी। यही नहीं ट्रैफिक पुलिस की लखनऊ मेट्रो रेल कारपोरेशन पूरी मदद लेगा।