लखनऊ मेट्रो रेल कारपोरेशन के एमडी के खिलाफ विभाग के ही अधिकारियों ने एक शिकायती पत्र जारी किया हैं. लखनऊ मेट्रो के एमडी कुमार केशव किसी तानाशाह से कम नहीं, ऐसा मानना है खुद एमएलआरसी के अधिकारियों का.
LMRC के एमडी कुमार केशव के खिलाफ लिखा पत्र:
लखनऊ मेट्रो से जुड़े 14 सीनियर अफसरों ने एमडी कुमार केशव के खिलाफ शिकायती पत्र जारी किया हैं. यह पत्र प्रमुख सचिव, शहरी विकास मंत्रालय केंद्र सरकार, रेलवे बोर्ड चेयरमेन के साथ एमडी केशव कुमार को भेजा गया.
इस शिकायती पत्र में लिखा गया कि मेट्रो प्रोजेक्ट में काम करने वाले ज्यादातर अधिकारी भारतीय रेलवे, मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विसेज जैसे संस्थानों से आये हैं और प्रतिष्ठित पदों पर कार्य कर चुके हैं. इसके बावजूद एमडी केशव कुमार अधिकारियों के साथ अभद्रता से पेश आते हैं.
आपत्ति जताने पर पद से हटा देने की धमकी दे कर सत्ता का बल दिखाते हैं.पत्र में इस बात की पुष्टि करते हुए एक ऐसे ही मामले का जिक्र किया गया. जिसमे डिप्टी चीफ इंजीनियर दीपक कुमार को बिना कारण बताये एलएमआरसी से हटा कर इंडियन रेलवे वापस भेज दिया गया.
लखनऊ मेट्रो के 14 सीनियर अधिकारियों ने की शिकायत:
एमएलआरसी के इन 14 वरिष्ठ अधिकारियों में अमित कुमार श्रीवास्तव, दीपक कुमार, मुद्रित आनंद, जितेन्द्र कुमार सिंह, ब्रिजेश मिश्रा, राहुल शाह, विवेक वर्मा, शिशिर सोमवंशी, एमके गुप्ता, ए के गोयल, मुकेश कुमार, एन के गुप्ता, आरपी गुप्ता और एस के गुप्ता शामिल हैं.
इस अधिकारियों ने आरोप लगाया कि एमडी कुमार केशव ने सभी अधिकार अपने पास ले रखे हैं. छोटे छोटे अप्रूवल भी एमडी के दस्तखत के बिना नहीं हो सकते. इसके अलावा यह भी आरोप लगाया कि मेट्रो में काम के बंटवारे को लेकर कोई अनुपात नहीं हैं. किसी को भी कितना भी काम दे दिया जाता हैं. ये सब एमडी के नियन्त्रण में रहता हैं.
पते में लिखा गया, लखनऊ मेट्रो रेल कोरपोरेशन के एमडी कुमार केशव का व्यवहार पूरी तरह से तानाशाह जैसा हैं. काम के दबाव के बावजूद भी एमडी अधिकारियों को ऐसा लक्ष्य देते हैं, जिन्हें व्यवहारिक तौर पर पूरा नहीं किया जा सकता. काम ना हो पाने पर एमडी अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हैं और सार्वजनिक तौर पर अधिकारियों की बेज्जती करते हैं. इन सब से मेट्रो में कार्यरत अधिकारियों की सेहत पर भी असर पड़ता है.
एमडी का बयान:
इस बारे में लखनऊ मेट्रो के एमडी कुमार केशव ने कहा कि उन्हें पत्र मिल गया है. वहीँ उन्होंने अधिकारियों के शिकायती पत्र पर सफाई देते हुए कहा कि ये सब काम करना नहीं चाहते. उन्होंने कहा कि हमारा पूरा ध्यान मेट्रो को क्वालिटी के साथ समय से पूरा करने पर हैं.