यूपी में शिक्षा व्यवस्था के सेहत में जल्द ही सुधार देखने को मिल सकता है. 12460 शिक्षकों को 1 मई को नियुक्ति पत्र दिए जायेंगे. बताया गया है कि भर्ती प्रक्रिया के दौरान अब फिलहाल दूसरी काउंसलिंग नहीं कराई जाएगी. यूपी बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव संजय सिन्हा ने बताया है कि पहली काउंसलिंग में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों को 23 अप्रैल को बेसिक शिक्षा अधिकारी के कार्यालय में उपस्थित होना पड़ेगा. उपस्थित होने पर ही अभ्यर्थन पर विचार किया जाएगा. इस तारीख को उपस्थित न होने वालों के अभ्यर्थन पर जिला चयन समिति विचार नहीं करेगी.
ये है प्रक्रिया-
सचिव संजय सिन्हा के आदेश में कहा गया है कि 18 से 20 मार्च 2017 को काउंसलिंग करा चुके अभ्यर्थियों को 23 अप्रैल को संबंधित जिले के बीएसए कार्यालय पर सभी शैक्षिक अभिलेखों के साथ पहुंचना है, जो अभ्यर्थी कार्यालय पहुंचेंगे उनके ही चयन पर विचार होगा। 23 अप्रैल को बीएसए कार्यालय पहुंचने वाले अभ्यर्थियों की आरक्षण व श्रेणीवार सूची तैयार होगी. 27 अप्रैल को जिला चयन समिति इसका अनुमोदन करेगी। अनुमोदन के बाद 1 मई को इन सभी का नियुक्ति पत्र जारी होगा. आपको बता दें कि शिक्षक भर्ती मामले को लेकर विपक्ष ने सरकार को काफी घेरा. शिक्षकों ने अपनी मांगो को लेकर आंदोलन किया. शिक्षक भर्ती को लेकर शिक्षक सड़कों पर उतरे तो उन पर 15 फरवरी को लाठी चार्ज किया गया था.
19 अप्रैल को जारी होगा विज्ञापन भी
सचिव संजय सिन्हा ने बताया कि 19 अप्रैल को इस संबंध में समाचार पत्रों में विज्ञापन भी जारी होगा. सचिव ने निर्देश दिया कि भर्ती की प्रथम काउंसिलिंग कराने वाले व 23 को बीएसए कार्यालय पहुंचने वाले अभ्यर्थियों की सूची बनाकर जिले में उपलब्ध पदों के सापेक्ष आरक्षणवार व श्रेणीवार सूची बना लें. सचिव ने यह भी निर्देश दिया कि नियुक्ति पाने वाले सभी अभ्यर्थियों के शैक्षिक अभिलेखों की सत्यापन की कार्रवाई भी तत्काल शुरू करा दें, सत्यापन के बाद ही उनके वेतन का भुगतान होगा। चार मई को सभी बीएसए इस भर्ती के लिए जिले में उपलब्ध पद, निर्गत नियुक्ति पत्र और रिक्त पदों की संख्या की सूचना परिषद मुख्यालय को भेजेंगे. यही नहीं 23 अप्रैल को उपस्थित होने वाले अभ्यर्थियों के हस्ताक्षर की कॉपी भी परिषद मुख्यालय को भेजी जाएगी। इसमें किसी प्रकार की ढिलाई स्वीकार नहीं की जाएगी.