राजधानी लखनऊ के डालीगंज डाकघर में फर्जी पासबुक से बचत धारकों को सेंध लगाने के मामले में अब तक 23 लाख रुपये का घोटाला सामने आया है। वहीं डाक विभाग अब फर्जी पासबुक पर लगी मुहर की भी जांच कराएगा। अब तक हुई जांच के बाद यहां तैनात तीन कर्मचारियों को देर शाम निलंबित कर दिया गया। जिला लघु बचत अधिकारी की ओर से नियुक्त एक महिला एजेंट की तलाश भी की जा रही है।
डाक विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, अब तक कुल नौ खाताधारक मिले हैं, जिनकी पासबुक फर्जी है। यह सभी खाते एमपीकेबीवाई और एसएस (स्मॉल सेविंग) स्कीम से जुड़े हैं। अब तक 23 लाख रुपये का घोटाला सामने आया है। जांच में पता चला है कि फर्जी पासबुक पर डाकघर की मुहर लगी है। इसको ध्यान रखते हुए पोस्टमास्टर आरके वर्मा, बाबू मो. असगरी और मल्टी टास्किंग स्टाफ गौरव गुप्ता को निलंबित कर दिया गया। विभाग ने मुहर को कब्जे में ले लिया है। प्रवर डाक अधीक्षक शशि कुमार उत्तम ने बताया कि यदि डाकघर के कर्मचारियों की मिलीभगत सामने आती है तो खाताधारकों को उनकी पूरी धनराशि वापस की जाएगी। डाक विभाग एक महिला एजेंट के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराएगा।