सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद सरकारी आवासों में रह रहे पूर्व मुख्यमंत्रियों को आवास छोड़ना पड़ेगा। जिसके बाद इसका सीधा प्रभाव मायावती, अखिलेश यादव, मुलायम सिंह यादव के साथ-साथ एनडी तिवारी, कल्याण सिंह, राजनाथ सिंह को भी सरकारी आवास छोड़ना पड़ेगा। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद राज्य संपत्ति विभाग ने सभी पूर्व सीएम को 15 दिन में बंगला खाली करने का नोटिस भेजा था। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और मुलायम सिंह यादव ने राज्य संपत्ति विभाग को पत्र लिखकर 2 साल का समय माँगा था लेकिन कोर्ट की तरफ से इस मामले में पिता-पुत्र को कोई राहत नहीं दी गयी। इसके बाद अब अखिलेश और मुलायम ने अपना सरकारी आवास खाली करना शुरू कर दिया है।
मुलायम सिंह ने माँगा समय :
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सरकारी आवास खाली करने के लिए राज्य संपत्ति विभाग से 2 साल का समय माँगा था जिस पर विभाग ने कोई निर्णय नहीं लिया था। अखिलेश के बाद सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने भी बंगला खाली करने के लिए 2 वर्ष का समय मांगा था। लेकिन दोनों की मांगों को नहीं माना गया। इसके बाद अब दोनों पिता-पुत्र ने अपना बँगला खाली करने की तैयारी शुरू कर दी है। दोनों का सामान उनके सरकारी घर से शिफ्ट होना शुरू हो गया है। इसके लिए मुलायम और अखिलेश के घर कई टैम्पो और ट्रक पहुंचे जिन पर लदकर उनका सामान ले जाया गया।
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यहाँ रहेंगे मुलायम-अखिलेश :
सपा के संरक्षक मुलायम सिंह यादव को नया ठिकाना मिल गया है। उन्होंने अपना 4, विक्रमादित्यमार्ग स्थित बंगला खाली कर सुशांत गोल्फ सिटी के एक बंगले में आशियाना बना लिया है। इसके अलावा उनके पुत्र और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सहारा शहर में घर लिया है। अखिलेश का सामान उनके विक्रमादित्यमार्ग से सहारा शहर में शिफ्ट हो गया है। वह अपने पूरे परिवार संग यहीं रहेंगे। यहां अखिलेश पहले भी कई बार आये हैं और सुरक्षा की दृष्टि से ये काफी उपयुक्त है। हालांकि विक्रमादित्यमार्ग पर ही उनके नए मकान का निर्माण काम भी शुरू हो गया है। इसके बन जाने पर वह यहां शिफ्ट हो जाएंगे।