समाजवादी पार्टी इन दिनों 2019 के लोकसभा चुनावों की तैयारियां कर रही हैं। इसके लिए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश के जिलों का दौरा कर रहे हैं और पार्टी संगठन को मजबूती दे रहे हैं। हालाँकि पार्टी में चल रही गुटबाजी और कुछ नेताओं की निष्क्रियता को भी वे अच्छी तरह से समझते हैं। इस बीच एक इंटरव्यू के दौरान अखिलेश यादव ने एक मुद्दे पर बोलते हुए काफी भावुक हो गये और अपने दिल का दर्द बयान कर डाला।
बदल गया कांग्रेस का व्यवहार :
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक इंटरव्यू में कहा है कि गुजरात विधानसभा चुनावों के बाद से कांग्रेस अब पहले जैसी नहीं रह गयी है। इस चुनाव के बाद से कांग्रेस का व्यवहार बदल गया है। अखिलेश ने कहा कि गुजरात चुनाव से पहले कांग्रेस का व्यवहार अभी की तुलना में ज्यादा मिलनसार था। गुजरात चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद पार्टी के व्यवहार में उन्होंने बदलाव महसूस किया है। अखिलेश ने कहा कि वह स्वीकार करते हैं कि यूपी चुनाव में कांग्रेस से गठबंधन करके वह असफल हुए हैं। गठबंधन के बाद समाजवादी पार्टी के 100 संभावितों को व्यक्तिगत राजनीतिक करियर को छोड़ देना पड़ा। इसके बाद हुए गुजरात चुनाव में कांग्रेस का व्यव्हार बदल गया है।
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बीजेपी करती है जाति की राजनीति :
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि उन्होंने कभी जाति की राजनीति नहीं की है। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने जाति की राजनीति पहले एक ओबीसी (केशव प्रसाद मौर्या) को पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया। इसके बाद उन्हें यूपी चुनाव में सीएम के तौर पर पेश किया। फिर एक अचानक मौर्या को डेप्युटी सीएम बनाकर एक ठाकुर ( योगी आदित्यनाथ) को सीएम बना दिया। अब गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव में बीजेपी का ये जाति चक्र तोड़ने के लिए सपा और बसपा में गठबंधन हुआ है। अब देखना है कि ये गठबंधन कितना कामयाब हो पाता है।