अयोध्या विवाद की सुलह का फॉर्म्युला बताने वाले और मस्जिद को शिफ्ट करने का सुझाव देने वाले मौलाना सलमान नदवी को AIMPLB ने निकाल दिया था. लेकिन एक और खुलासा हुआ है कि इस सुझाव के बदले नदवी ने पांच हज़ार करोड़ रुपये की रिश्वत मांगी थी. मौलाना नदवी ने यह रिश्वत अमरनाथ मिश्रा से मांगी है. मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) के सदस्य रहते हुए नदवी ने श्री श्री रविशंकर से मुलाक़ात में विवादित ज़मीन पर राम मंदिर बनाने और मस्जिद को दूसरी जगह शिफ़्ट करने का फ़ॉर्मूला दिया था.
5000 करोड़ में डील का है आरोप
राम मंदिर पर सुलह का फॉर्मूला सुझाने वाले मौलाना सलमान नदवी को ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है. सलमान नदवी ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का समर्थन किया था और मस्जिद को दूसरी जगह शिफ्ट करने का फॉर्मूला सुझाया था, इस प्रस्ताव के बाद से ही बोर्ड उनसे नाराज था. हैदराबाद में बोर्ड की बैठक के बाद नदवी को बाहर कर दिया गया था. नदवी बोर्ड के एग्जीक्यूटिव सदस्य थे लेकिन मीटिंग में न आकर उन्होंने श्री श्री रविशंकर से मुलाकात की थी. वहीँ इस सुझाव के बदले नदवी पर एक बहुत बड़ी रकम मांगने का आरोप भी लगा है.
अमरनाथ मिश्रा ने लगाया नदवी पर आरोप
राम जन्मभूमि सद्भावना समिति के अध्यक्ष अमरनाथ मिश्रा के अनुसार मौलाना से उनकी 4 फरवरी की मुलाकात के दौरान इमाम कौंसिल के महासचिव हाजी मसरूर खान भी मौजूद थे. अमरनाथ मिश्रा ने कहा है कि मौलाना नदवी अयोध्या का इस्लामीकरण करना चाहते हैं. वह अयोध्या को नए मक्का मदीना बनाना चाहते हैं. इसीलिए जब उन्होंने हमसे प्रस्ताव मांगा था तो साथ में 5000 करोड़ रुपये, दौ एकड़ ज़मीन और राज्यसभा की सीट भी मांगी थी.
अमरनाथ मिश्रा ने नदवी पर की आरोपों की बौछार, नदवी ने कहा- नहीं जानता अमरनाथ मिश्रा को
- अमरनाथ मिश्रा ने नदवी पर जो आरोप लगाये हैं उनमें पहला आरोप है कि मौलाना नदवी ने राम जन्मभूमि पर अपना पक्ष बदलने की एवज में पांच हज़ार करोड़ रुपये मांगे.
- मौलाना नदवी ने 200 एकड़ ज़मीन मांगी.
- मौलाना ने उनसे राज्य सभा की सीट देने की भी मांग की.
- मौलाना नदवी ने अपना यह प्रस्ताव सबसे पहले श्री श्री रविशंकर के सामने रखा था.
- इस प्रस्ताव की एवज में श्री श्री रविशंकर के दफ्तर से यह जवाब आया कि अयोध्या मसला केवल सदृभाव या सौहार्द से ही सुलझ सकता है, इसे किसी सौदे या डील से नहीं सुलझाया जा सकता.
मौलाना नदवी के खिलाफ हसनगंज थाने में दी तहरीर
अमरनाथ मिश्रा ने अपनी और नदवी की मुलाकात के सबूत देने की बात कही है. उन्होंने कहा है कि मेरी और नदवी की बात फोन पर हुई थी. उन्होंने कहा है कि 3 फरवरी को नदवी ने मुझसे बात की थी . 4 फरवरी को मैं नदवी से मिलने नदवा में आया था. वहीँ पर सुबह 9:45 पर नदवी से मुलाकात हुई थी. पुलिस चाहे तो नदवा कॉलेज के सीसीटीवी के फुटेज निकाल सकती है.
सुलह की कोशिशें हुई बेकार
माना जा रहा है कि मौलाना सलमान नदवी के खिलाफ AIMPLB की कार्रवाई से कोर्ट के बाहर राम मंदिर विवाद को सुलझाने की कोशिश को बड़ा झटका लगा है. दरअसल, शुक्रवार को AIMPLB की बैठक से पहले मौलाना सलमान नदवी ने राम मंदिर निर्माण को लेकर एक प्रस्ताव रखा था. इसमें उन्होंने बातचीत कर अयोध्या विवाद सुलझाने और मस्जिद के लिए कहीं और जमीन लेने का प्रस्ताव दिया था. नदवी के इस बयान के बाद काफी विवाद हुआ था.