सपा छोड़कर भाजपा का दामन थामने वाले बुक्कल नवाब ने बीते दिन एमएलसी चुनाव जीत लिया है। बुक्कल नवाब ने पिछले साल सपा का दामन छोड़ बीजेपी ज्वाइन की थी। इसी साथ ही यूपी के सीएम को विधानपरिषद भेजने के लिए उन्होंने अपनी विधान परिषद की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। अब भाजपा ने उन्हें एमएलसी बनाकर उनका ये एहसान उतार दिया है। बुक्कल नवाब विधान परिषद के लिए नामांकन करने के पहले लखनऊ के दक्षिणमुखी हनुमान मंदिर गए थे और मंदिर में घंटा चढ़ाया था। बुक्कल के मुस्लिम होकर ऐसा करने पर काफी चर्चा हुई थी। अब इस मुद्दे पर सपा के कद्दावर नेता आजम खां ने बड़ा बयान दे दिया है।

मुलायम के थे करीबी :

भाजपा के एमएलसी बन चुके बुक्कल नवाब सपा के पूर्व अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के करीबी रहे हैं। यही वजह रही कि सपा ने उन्हें 2 बार एमएलसी बनाया था। पिछले साल सूबे में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में बीजेपी सरकार के बनने के बाद उन्होंने एमएलसी और पार्टी दोनों से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद बीजेपी का दामन थाम लिया था। बुक्कल नवाब का सपा छोड़ना लखनऊ में सपा के लिए बड़ा झटका था। बुक्कल ने भी पार्टी बदलने के साथ ही चोला बदला और राम मंदिर की वकालत करनी शुरू कर दी। इसके साथ ही उन्होंने हनुमान मंदिर में माथा टेका। इस मुद्दे पर सपा के आजम खां ने अपना बयान दिया है।

 

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बुक्कल पर बोले आजम :

लखनऊ में मीडिया से बात करते हुए सपा के कद्दावर नेता आजम खां ने बीजेपी नेता और एमएलसी बुक्कल नबाव पर निशाना साधा। उनके द्वारा हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना करने पर जारी फरमान पर कहा कि कौन मुसलमान है कौन नहीं है, यह तय करने वाले लोग कौन है। उन्होंने आगे कहा कि बुक्कल नवाब को इस्लाम से बाहर करने के लिए फरमान जारी करने वाले लोग ही इस्लाम का मजाक बनवा रहे हैं।

 

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