मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संसदीय क्षेत्र गोरखपुर में बने बाबा राघवदास मेडिकल कॉलेज में पिछले साथ अगस्त में ऑक्सीजन की कमी से बच्चों की मौत के बाद से ही अस्पताल काफी सुर्खियों में हैं. जिसके बाद आज गोरखपुर से सजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष प्रहलाद यादव ने योगी सरकार पर ऑक्सीजन की खरीद को लेकर गम्भीर आरोप लगाये हैं.
सपा जिलाध्यक्ष ने भाजपा सरकार पर लगाया आरोप:
गोरखपुर का बाबा राघवदास मेडीकल कॉलेज जिले का सबसे बड़ा अस्पताल है, जहाँ हर जिन हजारों की संख्या में मरीज आते हैं. ये वहीं बीआरडी मेडिकल कॉलेज है जिसमें साल 2017 के अगस्त महीने में कथित तौर पर ऑक्सीजन की कमी से कई बच्चों की मौत का मामला सामने आया था.
16 रुपये थी खरीद अब 19 रुपये में खरीदा जा रहा ऑक्सीजन:
गोरखपुर से सपा के जिलाध्यक्ष प्रहलाद यादव ने इसी ऑक्सीजन को लेकर सरकार पर आरोप लगाया है. सपा जिलाध्यक्ष का आरोप है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने के बाद बीआरडी मेडिकल कॉलेज में प्रति माह 5 लाख रुपयों का खोटाला हो रहा है.
अपनी बात का तर्क देते हुए सपा जिलाध्यक्ष प्रहलाद यादव ने कहा कि पिछली सपा सरकार में मेडिकल कॉलेज के लिए ऑक्सीजन की खरीद 16 रुपये 50 पैसे प्रति लीटर के हिसाब से होती थी. लेकिन भाजपा के सता में आने के बाद ऑक्सीजन की खरीद के दाम बढ़ गये.
प्रति माह पांच लाख रूपए का घोटाला:
उन्होंने बताया कि योगी सरकार ने पिछले साथ 10 अगस्त के बाद से राजस्थान की एक कम्पनी से ऑक्सीजन खरीदना शुरू कर दिया. जिस कम्पनी से सरकार ऑक्सीजन खरीदती है उसे वह ऑक्सीजन का मूल्य पिछले मूल्य से ज्यादा देती है. यानी की जो ऑक्सीजन अखिलेश सरकार 16 रुपये 50 पैसे मे खरीदती थी, उसे भाजपा 19 रुपये 39 पैसे प्रति लीटर के हिसाब से अब खरीद रही हैं.
इस हिसाब से सरकार बनने के बाद लगातार एक साल से बाबा राघव दास मेडिकल काॅलेज मे आॅक्सीजन खरीद में हर महीने पांच लाख रूपए का घोटाला हो रहा है.
प्रति माह 20 हजार से लेकर 1.5 लाख लीटर आॅक्सीजन की खपत:
बता ये कि बीआरडी मेडिकल कॉलेज में हर महीने तकरीबन 20 हजार लीटर से लेकर 1.5 लाख लीटर तक आॅक्सीजन की खपत होती हैं. जिसके लिए मेडिकल कॉलेज राजस्थान की आईनॉक्स कम्पनी से खरीद कर एक फर्म मेसर्स पुष्पा सेल्स उपलब्ध करवाता है.
इसी पुष्पा सेल्स ने पिछले साल बकाया भुगतान न देने के बाद आॅक्सीजन की सप्लाई रोक दी थी. जिस घटना के बाद प्रशासन ने आॅक्सीजन सप्लाई करने वाले कम्पनी आईनॉक्स से सीधे करार कर लिया.
जब पुष्पा सेल्स के जरिये आॅक्सीजन की खरीद हो रही थी तो आॅक्सीजन का दाम कम था और जब सीधे सप्लाई करने वाली कम्पनी से आॅक्सीजन खरीदा जा रहा है तो दाम कम होने के बजाए बढ़ गया. इस बात से साफ़ है कि आॅक्सीजन खरीद पर लगभग 5 लाख रुपये का बन्दरबांट हो रहा है.
इंसेफेलाइटिस से होने वाली मौतों का आंकड़ा सार्वजनिक करने पर रोक:
इतना ही नहीं सपा जिलाध्यक्ष ने ये भी बताया कि अब सरकार ने गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में हर दिन इन्सैफेलाइटिस से होने वाली मौत का आंकड़ा सार्वजनिक करने पर अब रोक लगा दी है. उन्होंने कहा कि भाजपा अपनी विफलता छिपाने के लिए आकड़ों को सार्वजनिक करना नहीं चाहती . जबकि इसके विपरीत पिछली अखिलेश यादव सरकार ने मेडिकल कॉलेज में रोजाना भर्ती किये जाने वाले मरीजों और मरने वाले रोगियों के आंकड़ा प्रतिदिन शाम चार बजे तक जारी करने के निर्देश दिये थे.