केंद्र सरकार की नीतियों और पेट्रोल-डीज़ल के बाद घरेलू गैस की बढ़ी कीमतों के मुद्दे पर आज बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने मीडिया से बातचीत करते हुए हमला बोला. इस दौरान बसपा अध्यक्ष ने असम के एन.आर.सी के मुद्दे पर भी अपने विचार रखे.
भाजपा सरकार की जमकर की आलोचना:
पेट्रोल-डीज़ल की बढ़ी कीमतों के बाद घरेलू गैस की कीमतों में वृद्धि को बसपा अध्यक्ष ने जन विरोधी बताते हुए हुए भाजपा सरकार की तीखी आलोचना की. मायावती ने कहा की भाजपा को केवल धन्नासेठों की परवाह है,उनके फायदे के लिए ही ये लगातार कीमतों में इज़ाफा कर रहे है. बता दे की कल ही घरेलू गैस की कीमत में 35 और कमर्शियल गैस की कीमतों में 43 पैसे की बढ़ोतरी हुई थी.
इलाहाबाद की मंदिर धुलने की घटना पर भी बोली:
भाजपा महिला विधायक मनीषा अनुरागी के मदिर में दर्शन के बाद गंगाजल से मंदिर धुलवाने की घटना के साथ-साथ मंझनपुर में दलित महिला अफसर को पीने के लिए पानी नहीं दिए जाने की घटना को इंसानियत विरोधी बताते हुए उन्होंने भाजपा को पिछड़ा विरोधी बताया. इसके साथ ही उन्होंने कहा की भाजपा के राज्य में दलित व पिछड़ों में जन्में उनके महँ संतों, गुरुओं और महापुरुषों के प्रति असम्मान और उनकी प्रतिमा को खंडित व अपमानित करने की घटनाएं बढ़ी है.
भाजपा की सोच सस्ती और संकीर्ण:
बसपा अध्यक्ष ने कहा की असम में 40 लाख से अधिक लोगों के बेघर किये जाने पर भाजपा के शीर्ष नेतृव का गर्व महसूस करना उनकी सस्ती और संकीर्ण सोच दिखाता है. उन्होंने कहा की किसान, गरीब, मजदूर और बेरोजगार विरोधी साबित होने के बाद अब भाजपा की सरकार ध्यान भटकाने की राजनीति कर रही है. उन्होंने आगे कहा की असम में 40 लाख लोगों की नागरिकता समाप्ति के मामले में माननीय उच्चतम न्यायालय के कल के निर्देश के बाद सरकारी निरंकुशता पर रोक लगेगी.