उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आज 46वां जन्मदिन है। वहीं आज ही विश्व पर्यावरण दिवस भी है। सीएम योगी भले ही अपना जन्मदिन ना मनाते हों लेकिन उन्हें जन्मदिन की बधाई देने वाले सोशल मीडिया से लेकर सरकारी आवास पर भी जन्मदिन की बधाई देने पहुँचते दिखाई दिए। अपने जन्मदिन के अवसर पर सीएम होगी कानपुर में पौधारोपण करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विटर के जरिये सीएम योगी को जन्मदिन की बधाई देते हुए कहा कि “उत्तर प्रदेश के मेहनती मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जन्मदिन की शुभकामनाएँ। योगी जी राज्य को बदलने के अपने प्रयास में अविश्वसनीय है। मैं लोगों की सेवा में उन्हें एक लंबा और स्वस्थ जीवन की कामना करता हूं।”
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने सीएम योगी को जन्मदिन की बधाई देते हुए कहा कि “उत्तरप्रदेश को उतरोत्तर विकास की राह पर अग्रसर करने वाले उर्जावान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जन्मदिवस की हार्दिक शुभकामनायें। मैं परमात्मा से प्रार्थना करता हूं कि आपको सुदीर्घ एवं मंगलमय जीवन का आशीर्वाद प्रदान करें।”
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीएम योगी को जन्मदिन की बधाई देते हुए कहा कि “उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जन्मदिन की अनंत शुभकामनाएं। ईश्वर से प्रार्थना है कि आप दीर्घायु, सदैव स्वस्थ एवं प्रसन्न हों और उत्तर प्रदेश को प्रगतिपथ पर अग्रसर बनाएं रखें।”
झारखण्ड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने सीएम योगी को जन्मदिन की बधाई देते हुए कहा कि “उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथको जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं।” वहीं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तिवेन्द्र सिंह रावत ने सीएम योगी को जन्मदिन की बधाई देते हुए कहा कि “उत्तरप्रदेश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को उनके जन्मदिन पर हार्दिक शुभकामनाएँ- बाबा केदार से आपकी सफलता, उत्तम स्वास्थ्य एवं दीर्घायु होने की कामना करता हूँ।”
उत्तराखंड के एक छोटे से गांव में पैदा हुए अजय सिंह बिष्ट योगी आदित्यनाथ कैसे बने यह कहानी काफी रोचक है। योगी आदित्यनाथ (अजय कुमार बिष्ट) 5 जून 1972 को उत्तरकाशी में जन्म। 15 फरवरी 1994 को गोरक्षपीठ के उत्तराधिकारी बने। उन्होंने गढ़वाल विश्विद्यालय से गणित में बीएससी किया है। योगी आदित्यनाथ का नाम लोकसभा में पहुंचने वाले सबसे कम उम्र के सांसदों की सूची में भी शामिल है। गोखनाथ मंदिर के महंत अवैद्यनाथ ने उन्हें अपना उत्तराधिकारी घोषित किया जिसके बाद 1998 में वह सांसद चुने गए।
योगी आदित्यनाथ जब 12वीं लोकसभा में सांसद बनकर पहुंचे तब उनकी उम्र मात्र 26 साल थी। इसके बाद आदित्यनाथ 1999, 2004, 2009 और 2014 में भी लगातार सांसद चुने जाते रहे। सितंबर 2014 में उनके गुरु महंत अवैद्यनाथ के प्राण त्यागने के बाद वह गोरखपुर मंदिर महंत यानी पीठाधीश्वर बने। योगी आदित्यनाथ भाजपा के सांसद होने के साथ साथ हिंदू युवा वाहिनी के संस्थापक भी हैं। हिन्दू युवा वाहिनी युवाओं का एक सामाजिक, सांस्कृतिक और राष्ट्रवादी समूह है।