अगर आपका बच्चा CMS (City Montessori School)
में पढ़ता है तो सतर्क रहें उसकी जान खतरे में है।
चौंकिए मत हम आपको डरा नहीं रहे हैं सिर्फ बता रहे हैं कि इतने बड़े स्कूल होते हुए भी CMS (City Montessori School ) ने अपने स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों और उनमें पढ़ाने वाले टीचर्स की जान को खतरे में डाल रखा है।
हाल ही में एक मामला संज्ञान में आया है कि विकास नगर के लेखराज में रहने वाले अनिल यादव ने एक RTI फाइल की थी जिसमे उन्होंने CMS की दो ब्रांचों (1) जेल रोड आनंद नगर लखनऊ क्षेत्र में बने सिटी मांटेसरी स्कूल और दूसरा (2) कालीचरण डिग्री कॉलेज के सामने हरदोई रोड पर स्थित सिटी मांटेसरी स्कूल के ख़िलाफ़ फाइल की थी।
RTI में पूछें गए कुल 24 सवालों में से पूरे 24 जवाब में CMS (City Montessori School ) की भरपूर कमियां पाई गई हैं।
RTI में पूछें गए सवाल
अनिल यादव के वकील शशांक ने जो RTI में सवाल किए थे उनमें सभी फ़ायर इक्यूपमेंट से जुड़े थे।
जिनमे से
फायर एक्सटिम्यूशर
होजरील
ड्राई राइजर
वेट राइजर
डाउन कमर
यार्ड हाइड्रेंट
ऑटोमेटिक स्प्रिंकलर सिस्टम
मैनुअली ऑपरेटेड इलेक्ट्रिकल फ़ायर अलार्म सिस्टम
आटोमेटिक डिटेक्शन एवं अलार्म सिस्टम
भूमिगत वाटर टैंक क्षमता
निकास मार्ग के प्रदीप्त संकेत चिन्ह
सार्वजनिक भाषण व्यवस्था
विद्युत आपूर्ति के वैकल्पिक श्रोत के साथ कुल 24 सवालों का जवाब मांगा गया जिनमे से किसी भी सवाल में CMS पास नहीं हुआ बल्कि सबमें भरपूर कमियां पाई गईं।
RTI ने अपने जवाब में फरवरी को पूरी जानकारी अनिल यादव को लिखित में भेजी जिसमें देखने के बाद हैरान हारने वाले तथ्य सामने आए। जिसकी डिटेल्स निम्न हैं –
कुल मिलाकर जब CMS (City Montessori School ) की इन दोनों ब्रांच का ये हाल है तो बाकी ब्रांच का भी यही हाल होगा।
फीस ने नाम पर लोगों को परेशान करने के मामले अक्सर सामने आते हैं मगर बच्चों और अध्यापकों की सुरक्षा का जिम्मा उठाने में CMS (City Montessori School ) फेल साबित हुआ।
पूरे मामले को देखते हुए मामला हाई कोर्ट तक 11 अप्रैल 2018 को पहुंचा जिसके बाद 9 मई को हाई कोर्ट ने CMS (City Montessori School ) को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
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