राजधानी लखनऊ में सिविल अस्पताल के डॉक्टरों की लापरवाही सामने आयी है। यहां महीने भर से बीमार एक महिला मरीज को डॉक्टरों ने इलाज के लिए भर्ती करने से मना कर दिया। महिला एक महीने से बीमार चल रही है और खाने-पीने में मुश्किल हो रही है। पहले सिधौली के स्थानीय अस्पताल में इलाज चल रहा था, फायदा नहीं होने पर परिजन सीतापुर से सिविल अस्पताल लेकर पहुंचे। हालांकि इस मामले में जिम्मेदार कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं।
जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के सीतापुर की मुरहड़ी गांव निवासी शांति को परिजन रविवार को पेट में तेज दर्द होने पर सिविल अस्पताल लेकर पहुंचे। आरोप है कि यहां डॉक्टरों ने इंजेक्शन लगाकर कुछ दवा दी, लेकिन भर्ती से इन्कार कर दिया। महिला के पति लालजी ने बताया कि वहां जांच के बाद डॉक्टर ने लिवर में सूजन व यूरिन में संक्रमण बताया था। एक माह से कोई फायदा नहीं हो रहा है। रविवार को पेट में तेज दर्द, उल्टी व हिचकी की शिकायत के बाद इमरजेंसी में लेकर आए थे।
अस्पताल द्वारा भर्ती किए जाने से परेशान परिजन होकर लौटने या किसी अन्य अस्पताल में जाने का विचार बना रहे थे। अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एके सिंह ने कहा कि मामले को पूरा समझे बगैर कुछ भी टिप्पणी करना संभव नहीं है। परिजन हमसे मिलें तो उचित निदान किया जाएगा। जबकि महिला एक महीने से बीमार चल रही है और खाने-पीने में मुश्किल हो रही है। पहले सिधौली के स्थानीय अस्पताल में इलाज चल रहा था, फायदा नहीं होने पर परिजन सीतापुर से सिविल अस्पताल लेकर पहुंचे।