मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार की कैबिनेट का बहुप्रतीक्षित विस्तार 13 जून के बाद हो सकता है। 31 मई को कैराना लोकसभा सीट पर नूरपुर विधानसभा सीट के उपचुनाव के नतीजों के बाद मंत्रिपरिषद में फेरबदल पर मंथन होगा। योगी सरकार का 1 साल पूरा होने के बाद से ही मंत्रिपरिषद में फेरबदल की अटकले लगाई जा रही थी। विधानमंडल का सत्र समाप्त होने के बाद भी इसी तरह की चर्चाएं चल रही थी।
आधा दर्जन मंत्रियों की हो सकती है छुट्टी
माना जा रहा है कि मंत्रिपरिषद में कुछ नए चेहरे शामिल किए जाएंगे। कुछ पदोन्नत होंगे, कुछ के विभाग बदले जाएंगे। आधा दर्जन मंत्रियों की छुट्टी भी हो सकती है। जब भी भाजपा और संघ के बीच उच्च स्तरीय बैठक होती है। मंत्री पद के दावेदार सक्रिय हो जाते हैं। भाजपा के एक नेता के मुताबिक अधिकतर मंत्री व प्रमुख नेता भी कैराना व नूरपुर उपचुनाव में जुटे हुए हैं। इसी के बाद कैबिनेट विस्तार पर उच्च स्तरीय बैठक में चर्चा होगी। 13 जून तक अधिमास होने के कारण नए मंत्रियों को शपथ दिलाई जाने की संभावना नहीं है।
मंत्रिपरिषद में बड़ा फेरबदल होगा
ऐसे में 13 जून के बाद मंत्रिपरिषद में फेरबदल हो सकता है या 1 जुलाई तक बढ़ सकती है। बता दें कि शासन ने विभागों के मर्जर का प्रस्ताव किया है। इसके तहत एक जैसे कार्य से जुड़े विभागों को मिला दिया जाएगा। कुल 37 विभाग बनाए जाने का प्रस्ताव है। ऐसी भी चर्चा है कि विभागों के मर्जर के बाद ही कैबिनेट का विस्तार होगा। यदि ऐसा हुआ तो मंत्रिपरिषद में बड़ा फेरबदल होगा। सभी विभागों में एक-एक कैबिनेट मंत्री बनाया जाएगा। कुछ मंत्रियों को एक से ज्यादा विभाग मिल सकते हैं। बड़े विभागों में कबीना मंत्री के साथ एक या दो राज्यमंत्री भी लगाए जा सकते हैं।