उत्तर प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी की सरकार के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को यूपी बोर्ड के टॉपर्स समेत 1709 मेधावी विद्यार्थियों का सम्मान कर रहे हैं। इनमें 146 विद्यार्थी ऐसे हैं जिन्हें राज्यस्तरीय मेधावियों की श्रेणी में रखा गया है। इन्हें एक लाख रुपये, टैबलेट, मेडल व प्रशस्ति पत्र दिये गए। समारोह के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उपस्थित रहे जबकि अध्यक्षता उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने की।प्रदेश के सभी जिलों से मेधावी राजधानी सोमवार को ही लखनऊ पहुंचे थे यहां से वह सभी सुबह कार्यक्रम स्थल पहुंचे थे।

माध्यमिक शिक्षा निदेशक साहेब सिंह निरंजन ने बताया कि सम्मान समारोह डॉ. राम मनोहर लोहिया विधि विश्वविद्यालय के आंबेडकर सभागार में सुबह 10 बजे से शुरू होगा। यूपी बोर्ड के टॉपर्स की संख्या 97 है, जिसमें 55 हाईस्कूल के और 22 इंटरमीडिएट के हैं। इनके अलावा केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के इंटरमीडिएट के 11 टॉपर्स, काउंसिल फॉर दि इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन से हाईस्कूल के 16 और इंटर के 21 टॉपर्स हैं। हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट में प्रथम आने वाले छात्रों के विद्यालय के प्रधानाचार्यो को भी सम्मानित किया गया।

फीस को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्कूल प्रबंधकों को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि सीएमएस स्कूल के संस्थापक जगदीश गांधी फीस पर नियंत्रण रखें। अपने बच्चों से उचित फीस लें। ये बातें सीएम ने राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के भीमराव अंबेडकर सभागार में आयोजित ‘मेधावी विद्यार्थी सम्मान 2018’ कार्यक्रम में कहीं। बतौर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दौरान मंच से ही प्राइवेट स्कूलों को फीस काबू में रखने के लिए चेताया।

सीएम ने युवाओं से अपील की कि परिश्रम करें लेकिन तनाव ग्रसित होकर नहीं क्योंकि तनाव में रहकर लक्ष्य नहीं पाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि तनावमुक्त होकर परीक्षा की तैयारी करें। अपनी बुद्धि विवेक से काम करें तब ही अच्छा परिणाम आएगा। उन्होंने कहा कि नकलविहीन परीक्षा के लिए हमने एक वर्ष पहले ही आह्वान कर दिया था। प्रदेश में शिक्षा में सुधार के लिए उठाए गए कदम से ही हमने सबसे पहले अच्छा परिणाम दिया है।

सीएम ने कहा कि ये सिर्फ मेधावियों का ही सम्मान नहीं है, ये सरकार का भी सम्मान है। युवाओं की उर्जा से उत्तर प्रदेश को सर्वोत्तम प्रदेश बनाने में मदद मिलेगी। सीएम ने कहा कि नकल का बड़ा गिरोह था, करोड़ों रुपये का कारोबार था। दूसरे प्रदेश के लोग मुन्ना भाई बनने आए थे लेकिन हमने उन्हें बाहर का रास्ता दिख दिया। 12 लाख बच्चो ने परीक्षा छोड़ी है, इनमें पड़ोस प्रदेशों के बच्चे ज्यादा थे। उन्होंने कहा कि आगे भी नकलविहीन परीक्षा होंगी।

मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि किसी छात्र को जेल नहीं भेजा जाएगा लेकिन नकल गिरोह को छोड़ा भी नहीं जाएगा। आगे की परीक्षा भी सरल होगी, अपने पर विश्वास कीजिए मेहनत कीजिए, सफलता आपके कदम चूमेगी। सीएम ने कहा कि जब हम सरकार में आए तो न तो शिक्षक थे न संसाधन थे। एक साल में हमने अच्छा माहौल दिया। अगले साल और अच्छी मेरिट आएगी। उन्होंने भरोसा दिलाया कि इस साल से हर स्कूल में साइंस, गणित और इंग्लिश के शिक्षक अनिवार्य रूप से होंगे। उन्होंने कहा कि शिक्षक ईमानदारी से काम करें और अभिभावक भी बच्चों पर ध्यान दें।

इससे पहले उपमुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने कहा कि आज के बच्चे अपने वर्तमान को बेहतर बनाने के साथ भारत के भविष्य को संवारने के लिए आगे आएंगे। चरित्र, मर्यादा और आचरण अच्छा होना चाहिए। विद्यार्थी बुद्धिमान बनें लेकिन उनमें अहंकार का भाव नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने NCERT का पाठ्यक्रम लागू किया। 165 नए दीनदयाल उपाध्याय मॉडल स्कूल खोले हैं। उन्होंने कहा कि 11 लाख परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ी, उसमें से 90 प्रतिशत बच्चे यूपी से बाहर के थे।

यूपी में पहली बार हमारी सरकार ने नकलविहीन परीक्षा कराई है। उन्होंने ये भी सीख दी कि माता-पिता वट वृक्ष की तरह हैं, उनकी छाव में रहें। इस मौके पर बेसिक, माध्यमिक व उच्च शिक्षा राज्यमंत्री संदीप सिंह ने कहा कि शिक्षा रोजगारपरक होनी चाहिए ताकि विद्यार्थियों को समय पर रोजगार मिले। योगी सरकार ने एक वर्ष में शिक्षा क्षेत्र में ऐतिहासिक कार्य किए हैं।

डॉ महेंद्र नाथ पाण्डेय ने कहा कि विद्यार्थियों को राष्ट्र निर्माण का मजबूत स्तम्भ माना जाता है। हमने शिक्षा के क्षेत्र में सहरानीय कार्य किए। परीक्षा की पवित्रता को बनाए रखा है। नकल मुक्त शिक्षा का बहुत सम्मान होता है। उन्होंने कहा कि नकल और अकल में अंतर होता है। नकल विहीन परीक्षा से विद्यार्थियों का सम्मान बढ़ा है, उनका मनोबल बढ़ा है। उन्होंने ये भी कहा कि गुरु शिष्य के बीच केवल नौकरी का भाव नहीं होना चाहिए, उनके बीच आत्मीयता का भाव होना चाहिए। इस मौके पर श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य, वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल, उद्योग मंत्री सतीश महाना, सांसद महेंद्र नाथ पांडेय, राज्यमंत्री संदीप सिंह, गुलाबो देवी भी मौजूद रहीं।

सम्मान समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय और माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री संदीप सिंह उपस्थित रहे। शिक्षा निदेशक ने बताया कि जिलास्तरीय मेधावी विद्यार्थियों की संख्या 1563 है। इन्हें 21 हजार रुपये, एक टैबलेट, प्रशस्ति पत्र और मेडल दिया गया। जिन 1709 मेधावियों को सम्मानित किया गया, उनमें यूपी बोर्ड के टॉपर्स की संख्या 1660 है। इनमें हाईस्कूल के 823 और इंटरमीडिएट के 837 मेधावी हैं। छात्रों को राजधानी के नौ विद्यालयों में ठहराया गया था। उनके आवास और भोजन की व्यवस्था के लिए विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई थी।

[hvp-video url=”https://www.youtube.com/watch?v=yq5cg-NoIUc&feature=youtu.be” poster=”https://www.uttarpradesh.org/wp-content/uploads/2018/05/Untitled-1-copy-155.jpg” controls=”true” autoplay=”true” loop=”true” muted=”false” ytcontrol=”true”][/hvp-video]

ये भी पढ़ें- कैराना उपचुनाव 2018: कड़ी सुरक्षा के बीच वोटिंग शुरू

ये भी पढ़ें- नूरपुर उपचुनाव: सुबह 7 बजे से वोटिंग शुरू, शाम 6 बजे तक होगा मतदान

ये भी पढ़ें- पहले शिक्षिका से प्रेम विवाह कर निकलवाया चार लाख लोन, फिर किया बेघर

ये भी पढ़ें-  चंदौली: गस्त पर निकले दारोगा को बदमाशों ने सीने में गोली मारी, दो गिरफ्तार

ये भी पढ़ें- कैराना-नूरपुर उपचुनाव: कई बूथों पर ईवीएम खराब, मतदाताओं ने किया हंगामा

ये भी पढ़ें- कैराना-नूरपुर उपचुनाव: सपा ने 90 EVM मशीन खराब करने का लगाया आरोप

ये भी पढ़ें- सुबह 9 बजे तक कैराना में 10.20 % और नूरपुर में 6 % मतदान

ये भी पढ़ें- 100 से अधिक ईवीएम मशीनें खराब, रालोद ने की चुनाव आयोग से शिकायत

ये भी पढ़ें- सुबह 11 बजे तक कैराना में 21.34 % और नूरपुर में 22 % मतदान

ये भी पढ़ें- पुलिस ने रोजेदार वोटरों पर बरसाई लाठियां, एक की कूल्हे की हड्डी टूटी

ये भी पढ़ें- दोपहर 1 बजे तक कैराना में 30.61 % और नूरपुर में 33 % मतदान

ये भी पढ़ें- कैराना उपचुनाव: पुलिस और भाजपा समर्थकों के बीच पथराव, फायरिंग

ये भी पढ़ें- शाहजहांपुर: पत्रकार पर डीएम कार्यालय के बाहर गुंडों ने किया जानलेवा हमला

ये भी पढ़ें- हरदोई: डीलर चला रहा अतरौली थाना, दर्जनों पीड़ितों की नहीं दर्ज हो रही FIR

ये भी पढ़ें- मुजफ्फरनगर: शराब पी रहे नशेड़ियों ने सिपाही पर किया हमला, वर्दी फाड़ी

UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें