बीते दिन बहुजन समाज पार्टी के सबसे कद्दावर नेता रह चुके नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कांग्रेस को आधिकारिक रूप से ज्वाइन कर लिया। सिद्दीकी ने पहले दिल्ली जाकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी से मुलाकात की और उसके बाद पार्टी को एक प्रेस कांफ्रेस में ज्वाइन किया। नसीम बसपा के एक बागी नेता हैं जिन्हें पार्टी ने पैसे वसूलने के आरोपों पर बाहर कर दिया था। सिद्दीकी के कांग्रेस में जाने के बाद अब सपा के कद्दावर नेता शिवपाल यादव के भी आने की खबरें सियासी गलियारों में चल रही है। शिवपाल यादव के कांग्रेस में आने पर कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव गुलाम नबी आजाद ने बड़ा इशारा किया है।
कांग्रेसी हुए नसीम :
बहुजन समाज पार्टी के सबसे कद्दावर नेता नसीमुद्दीन सिद्दकी ने आधिकारिक तौर पर कांग्रेस की सदस्यता ले ली है। 2019 के लोकसभा चुनावों के देखते हुए कांग्रेस अपने को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मजबूत करना चाहती है और साथ ही अपने छिटके हुए मुस्लिम वोटबैंक को भी वापस हासिल करना चाहती है। ऐसे में बसपा के पूर्व नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी उसके लिए सबसे बढ़िया विकल्प है। अब सपा के कद्दावर नेता शिवपाल यादव के भी कांग्रेस में आने की चर्चाएँ शुरू हो गयी हैं मगर कांग्रेस को अगर 2019 में भाजपा को टक्कर देनी है तो उसे सपा का साथ चाहिए होगा। ऐसे में शिवपाल को पार्टी में लेकर वह सपा और अखिलेश यादव को नाराज नहीं करना चाहती है। यही कारण है कि शिवपाल को शामिल करने के सवाल पर कांग्रेस नेता काफी हिचकिचा रहे हैं।
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गुलाम नबी ने दिया घुमाकर जवाब :
बसपा के कद्दावर नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी के कांग्रेस में शामिल होने के बाद पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव गुलाम नबी आजाद ने कहा कि देश के बदल रहे हालात में दूसरे दलों के नेताओं का पार्टी में आना दिखाता है कि वे राहुल गांधी के नेतृत्व में राजनीति करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अब दूसरे दलों से आने वाले नेताओं का आना नहीं रुकेगा और कांग्रेस का कुनबा अब पहले से भी बड़ा होता जायेगा। इस बीच एक पत्रकार ने गुलाम नबी से सपा नेता शिवपाल यादव के कांग्रेस में शामिल होने की खबरों पर सवाल किया। इस सवाल पर कांग्रेस नेता ने घूमाकर जवाब देते हुए कहा कि अभी जो शामिल हुए हैं, बस वही हैं। आगे की बात बाद में देखी जायेगी। इससे साफ है कि शिवपाल को शामिल करने को लेकर कांग्रेस खुद दुविधा में है।