सावर्जनिक क्षेत्र की बैंकों का पाॅच हजार करोड़ वापस न करने वाले कानपुर के पेन किंग विक्रम कोठारी अब सीबीआई की जद में हैं. सीबीआई की एक टीम ने उनके आवासीय और कारोबारी ठिकानों पर छापा मारा और विक्रम कोठारी को गिरफ्तार किया था. आज सीबीआई ने लखनऊ की विशेष अदालत में कोठारी को पेश किया था. गौर तलब है कि विक्रम कोठारी की कम्पनियों को हजारों करोड़ के ऋण अनियमित तरीकों से दिये जाने का खुलासा हुआ था, इसके बाद से ही बैंकिंग जगत में हड़कम्प मचा हुआ था.
11 दिन की हिरासत मिलने के बाद सीबीआई कोठारी को ले गई दिल्ली
रोटोमैक का मालिक कोठारी लखनऊ CBI कोर्ट में पेश हुआ जहाँ कोर्ट ने 11 दिन की मिली रिमांड को मंजूरी दी, इस मामले में सीबीआई ने 14 दिन की रिमांड मांगी थी. बेटे राहुल को भी कोर्ट ने रिमांड पर भेज दिया. वहीँ विक्रम कोठारी और बेटे को लेकर सीबीआई दिल्ली रवाना हो गई. बता दें कि विक्रम कोठारी पर बेटे और पत्नी के साथ ही 3695 करोड़ के मामले में केस दर्ज हुआ है.
सीबीआई ने किया था कोठारी को गिरफ्तार
विक्रम कोठारी के पत्नी व बेटे को सीबीआई ने सह आरोपी के रूप में गिरफ्तार कर लिया. सीबीआई ने कोठारी के बेटे को सह आरोपी बनाने के बाद अपने साथ नई दिल्ली ले जा रही है. बता दें कि कोठारी पर 3695 करोड़ रूपये का घोटाला करने का आरोप है. कोठारी रोटोमैक नाम की कम्पनी चलाता है जो घाटे में आ जाने से सात बैंक सकते में आ गए हैं. कोठारी पर बैंकों ने एनपीए की कार्रवाई की है, जिसमें कोठारी की कम्पनी को डिफाल्टर घोषित किया है.
3695 करोड़ का है पूरा मामला
पिछले दिनों सुबह विक्रम कोठारी के तिलक नगर स्थित कोठी पर केंद्रीय खुफिया एजेंसी ने छापा मारा. इस दौरान सीबीआई ने विक्रम कोठारी सहित पत्नी साधना कोठारी और बेटे राहुल कोठारी को गिरफ्तार कर लिया.सीबीआई की दूसरी टीम ने माल रोड सिटी सेंटर स्थित रोटोमैक ग्लोबल के मुख्यालय पर धावा बोला. वहीं तीसरी टीम ने शाम को पनकी स्थित रोटोमैक फैक्ट्री पर छापा मारा. रोटोमैक ग्लोबल कम्पनी को सात बैंकों का 3695 करोड़ का ब्याज सहित लोन बकाया है. इस मामले में सीबीआई ने रोटोमैक ग्लोबल प्राइवेट लिमेटेड के निदेशकों विक्रम कोठारी सहित पत्नी साधना व राहुल एवं बैंक ऑफ बड़ौदा के अज्ञात अधिकारियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है.
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किस बैंक ने कितने दिए लोन
विभिन्न बैंकों ने विक्रम कोठारी को 5 हजार करोड़ का लोन दिया था, जिसमें सबसे ज्यादा लोन 14 सौ करोड़ रूपया है, जिसे इण्डियन ओवरसीज बैंक ने दिया है. तो वहीं दूसरे नम्बर पर सबसे अधिक लोन देने के मामले में बैंक आॅफ इण्डिया अव्वल है जिसने 1395 करोड़ रूपये कोठारी की कम्पनी को लोन दिए है. तो वहीं बैंक ऑफ बड़ौदा ने 600 करोड़, यूनियन बैंक ने 485 करोड़ एवं इलाहाबाद बैंक 352 करोड़ रूपये का भारी भरकम लोन दिया था.