कांशीराम स्मृति उपवन, लखनऊ में नमो बुद्धाय जनसेवा समिति के तत्वाधान में ‘भारतीय संविधान व आरक्षण बचाओ महारैली’ में पूरे प्रदेश से लाखों की संख्या में दलित, पिछड़े, महिलाएं व अल्पसंख्यकों ने भाग लिया। हुंकार महारैली में सुबह से ही आरक्षण समर्थकों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया और देखते ही देखते पूरा पण्डाल खचाखच भर गया। कार्यकर्ताओं ने मुख्य अतिथि के रूप में आयी भाजपा सांसद को सोने का मुकुट पहनाकर उनका स्वागत किया।
संविधान व आरक्षण को बचाने को लेकर खूब नारे बाजी हुई, पूरा पण्डाल नीलामय व पंचशील के झण्डों से पटा रहा। पूरे पण्डाल में भगवान बुद्ध, बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर व कांशीराम के अनेकों कटआउट बहुजन समाज के प्रतीक व प्रेरणास्रोत के रूप में बड़ी संख्या में लगाये गये थे। महारैली की अध्यक्षता नमो बुद्धाय जनसेवा समिति के संस्थापक/अध्यक्ष अक्षवरनाथ कनौजिया ने किया और मुख्य अतिथि के रूप में भाजपा की सांसद सावित्री बाई फुले मौजूद थी।
मुख्य अतिथि के रूप में हुंकार महारैली को सम्बोधित करते हुए भाजपा से बहराइच की सांसद सावित्री बाई फुले ने कहा कि पूरे देश में बाबा साहबी की मूर्तियां तोड़ी जा रही हैं, संविधान को बदलने का षडयंत्र किया जा रहा है, आरक्षण पर कुठाराघात हो रहा है और वहीं दूसरी ओर आरक्षण को समाप्त करने के लिये बड़े पैमाने पर निजीकरण भी किया जा रहा है। इसके लिये 85 प्रतिशत बहुजन समाज को एकजुट होकर इनके मन्सूबों को कामयाब नहीं होने देना है।
उन्होंने कहा मैं सांसद रहूं या न रहूं, लेकिन मैं संविधान बदलने की साजिश कतई बर्दाशत नहीं करूंगी। मेरे शरीर पर जो पीली वस्त्र देख रहे हैं यह गौतम बुद्ध जी कपड़ा चीवर है। जब तक पूरा देश बुद्धमय नहीं होगा तब तक समाज आगे नहीं जा सकता। उन्होंने सभा में अनेकों बार सभी का हाथ उठवाकर यह संकल्प दिलाया कि आखिरी लड़ाई तक आप सभी उनका साथ देंगे।
सांसद ने कहा कि पदोन्नति में आरक्षण का बिल लम्बित है, अनेकों बार उनके द्वारा संसद में यह बात उठायी गयी लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है। अन्त में उन्होंने यह भी घोषणा की कि इस प्रकार के कार्यक्रम प्रत्येक जिले में आयोजित किये जायेंगे। दलित घोड़े पर बैठता है तो उसकी हत्या कर दी जाती है, पूरे देश व प्रदेश में दलितों व महिलाओं पर अत्याचार बढ़ गया है। अब बहुजन समाज इसे बर्दाश्त नहीं करेगा।
विशिष्ट अतिथि के रूप में हुंकार महारैली को सम्बोधित करते हुए आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति,उप्र के प्रमुख संयोजक अवधेश कुमार वर्मा ने कहा कि आज संविधान व आरक्षण बचाओ के मुद्दे पर सभी यह सोच रहे हैं कि संविधान कौन बदल रहा है तो मैं यह बताना चाहता हूॅ कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार जब संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर के नाम में संशोधन डॉ. भीमराव रामजी आम्बेडकर करके वाहवाही लूट रही है। तो आने वाले समय में उसे संविधान बदलने में कोई झिझक नहीं होगी।
पिछले 4 साल से पदोन्नति में आरक्षण का बिल लम्बित है, आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति के प्रतिनिधि मण्डल ने वर्ष 2015 में प्रदेश के महामहिम राज्यपाल राम नाईक से मिलकर एक ज्ञापन दिया था, जिस पर महामहिम द्वारा पूरा मामला देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भेजा गया लेकिन आज तक उस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई और वहीं महामहिम के पत्र पर बाबा साहब के नाम में तुरन्त संशोधन हो गया। आज के दिन से भाजपा को यह समझ लेना चाहिए यह हुंकार महारैली बगावत का बड़ा संकेत है। बिजली का निजीकरण आरक्षण पर बड़ा कुठाराघात है। प्रदेश की 85 प्रतिशत जनता अब एक साथ आ चुकी है इससे भाजपा की उल्टी गिनती शुरू हो गयी है।
हुंकार महारैली को प्रमुख रूप से संबोधित करने वालों में सुवचन राम, प्रधान आयुक्त, आयकर भारत सरकार, अशोक कुमार, राष्ट्रीय महामंत्री एससीएसटी रेलवे, मिल्कियत सिंह बहल, अन्तर्राष्ट्रीय विचार मंच, लन्दन, इं. खेमचन्द्र कोली, भवन नाथ पासवान, राष्ट्रीय अध्यक्ष, डॉ. अम्बेडकर राष्ट्रीय एकता मंच, मनीराम बेहलाल, राष्ट्रीय अध्यक्ष, बामसेफ कांशीराम सहत अनेकों बहुजन नेताओं ने अपनी बात रखी। महारैली में 14 सूत्रीय प्रमुख एजेण्डे पर भी चर्चा हुई, जिसमें पदोन्नति में आरक्षण सम्बन्धी 117वां बिल अविलम्ब पास कराना, पिछड़े वर्ग को भी पदोन्नति में आरक्षण सहित अनेकों मुद्दों पर चर्चा हुई।