देश की राजधानी दिल्ली के साथ उत्तर प्रदेश के अधिकतर शहरों पर धूल का गुबार बना हुआ है। राजधानी लखनऊ भी धूल में लिपटी रही। इसके चलते एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) लालबाग में अधिकतम 342 तक पहुंच गया। मौसम विभाग के अनुसार फिलहाल अगले दो-तीन दिन धूल का गुबार बना रहेगा। बताते चलें कि राजस्थान से आ रही गर्म हवाएं अपने साथ धूल लेकर आ रही हैं।
बीते तीन दिनों से राजस्थान, दिल्ली सहित पश्चिमी उत्तर प्रदेश पूरी तरह से इसकी जद में हैं। गुरुवार को लखनऊ सहित आसपास के शहर भी इसकी गिरफ्त में नजर आए। दरअसल मौसम शुष्क है जिसके चलते भीषण गर्मी पड़ रही है। वहीं दूसरी ओर धूल का गुबार मौसम को और असहज बना रहा है। धूल भरी हवाओं से धुंध छाई हुई है। इससे विजिबिलिटी भी कम हुई है।
स्काइमेट के महेश पालावतके अनुसार राजस्थान से आ रही तेज गर्म और धूलभरी हवाओं से दिल्ली सहित उत्तर प्रदेश प्रभावित है। प्रदेश के ऊपर धूल की मोटी चादर तनी हुई है। उन्होंने कहा कि अगले दो-तीन दिनों तक इसी तरह से तेज हवाएं चलती रहेंगी और धूल छाई रहेगी। धूल की इस चादर के कारण मौसम गर्म बना रहेगा। खासकर शाम और रात के समय गर्मी अधिक परेशान कर रही है।
कारण यह है कि धूल की चादर जमीन की सतह से गर्मी को वायुमंडल में वापस जाने से रोक रही है। वह कहते हैं कि तीन-चार दिनों में हवा का रुख बदलेगा। रफ्तार कम होने पर धूल का गुबार नीचे आएगा। लेकिन 18 जून के बाद मानसूनी हलचल भी विकसित होती दिखाई दे रही है। 16-17 जून को भी प्रदेश के उत्तरी भाग में बौछारें पड़ने की संभावना है।
गुरुवार को अधिकतम तापमान 39.2 डिग्री और न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक 27.8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। वायुमंडल में नमी 70 फीसद रही। प्रदेश में ग्रेटर नोएडा सबसे प्रदूषित रहा जहां एक्यूआइ 500 दर्ज हुआ। नोएडा में 390 जबकि गाजियाबाद में एक्यूआइ 384 रहा।
वायुमंडल में धूल के चलते सांस के रोगियों की दिक्कत बढ़ गई है। चिकित्सकों की सलाह है कि ऐसे लोग मास्क का प्रयोग करें। उधर, मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता कहते हैं कि अगले दो-तीन दिन मौसम ऐसा ही रहने का अनुमान है। प्रदेश के कुछ स्थानों पर स्थानीय परिवर्तनों के चलते तेज हवाएं चलने के साथ बौछारें भी पड़ सकती हैं।