15 जुलाई से पॉलिथीन पर प्रतिबंध लगने के बाद पहले दिन इस प्रतिबंध का असर भले ही दिखाई न दिया हो. लेकिन कुछ तो प्रभाव पड़ा ही. इस बात का पता इससे चल सकता है कि पहले दिन ही नगर निगम की छापेमारी में 298 किलो पॉलिथीन जब्त की गयी. इसके साथ ही 34, 200 का जुर्माना भी वसूला गया.
298 किलो पॉलिथीन जब्त:
राजधानी लखनऊ में पॉलिथीन प्रतिबंध के पहले ही दिन मिलाजुला असर देखने को मिला. जिला प्रशासन और नगर निगम की टीम ने प्रतिबंध के पहले ही दिन छापेमारी में लगभग 298 किलो पॉलिथीन जब्त कर 34, 200 रुपए का जुर्माना वसूला.
बता दें कि नगर निगम ने सभी जोनों में टीम बनाकर एक साथ अभियान की शुरुआत की. जिसके बाद दुकानदारों में अफरातफरी मच गई. हालांकि, पॉलिथीन बैन होने के बाद शहर के जागरूक लोग घरों से थैला लेकर निकले.
अमीनाबाद में नगर आयुक्त डॉ इन्द्रमणि त्रिपाठी व सिटी मजिस्ट्रेट विवेक श्रीवास्तव की मौजूदगी में पॉलिथीन जब्ती का अभियान चलाया गया.
कर अधीक्षक राजेश सिंह के नेतृत्व में नरही, राणा प्रताप रोड, अशोक मार्ग पर अभियान चलाकर 150 किलोग्राम पॉलिथीन जब्ती की कार्रवाई की गई. सोमवार को जब्ती के साथ जुर्माने वसूलने की कार्रवाई भी शुरू कर दी जाएगी.
नियम उल्लंघन पर ये है सजा:
बैन को लेकर अध्यादेश में व्यवस्था की गयी है कि पहली बार इसका उल्लंघन करने के दोषी व्यक्ति को एक माह तक की कैद या कम से कम एक हजार रूपये और अधिकतम दस हजार रूपये तक के जुर्माने की सजा होगी.
दूसरी बार उल्लंघन करने पर छह माह की सजा या न्यूनतम पांच हजार और अधिकतम 20 हजार रूपये तक के जुर्माने की सजा दी जाएगी.
100 करोड़ रुपए की पॉलिथीन डंप:
यूपी सरकार के पॉलिथीन बैन को लेकर दिए आदेश के बाद पूरे प्रदेश में करीब 100 करोड़ की पॉलिथीन डंप हो गई.
केवल लखनऊ में लगभग 15 करोड़ की पॉलिथीन फैक्ट्री और दुकानदारों के पास रखी हुई है.
प्रतिबंध लगने से पहले शहर में वैध-अवैध मिलाकर लगभग 100 फैक्ट्रियां पॉलिथीन बैग बना रही थीं.