उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से हजारों की संख्या में सफाई कर्मचारियों ने अपनी 10 सूत्रीय मांगों को लेकर सोमवार सुबह विधानसभा का घेराव कर लिया। सुबह तड़के विधानसभा का घेराव करने की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में मौके पर पहुंची भारी संख्या में पुलिस बल ने प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया लेकिन वह उग्र हो रहे थे। कड़ी मशक्कत के बाद अधिकारियों ने सफाईकर्मियों को धरना स्थल आशियाना स्थित ईको गार्डन भेजा। इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हल्की झड़प भी हुई। प्रदर्शनकारी अपनी मांगों को लेकर अड़े हैं, उनका कहना है कि जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होंगी तब तक हम घर जाने वाले नहीं चाहे हमारी जान चली जाये। सफाईकर्मचारी नेताओं ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सम्बोधित ज्ञापन जिला प्रशासन के अधिकारियों को सौंपा है।
कई वर्षों से लंबित समस्याओं का अब तक कोई निस्तारण नहीं
उत्तर प्रदेश पंचायती राज ग्रामीण सफाई कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष क्रांति सिंह ने बताया कि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, प्रदेश के विभिन्न जिलों से हजारों की संख्या में आये ग्रामीण सफाई कर्मचारी मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने जा रहे थे। लेकिन पुलिस ने उन्हें विधानभवन के सामने ही रोक लिया। उन्होंने बताया कि हमारी कई मांगे वर्षों से लंबित पड़ी हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। इसलिए प्रदेश महामंत्री रामेन्द्र कुमार ने बताया कि एक फरवरी को ही इस प्रदर्शन का एलान कर दिया गया था। इससे पहले 30 जनवरी को पंचायतीराज मंत्री के आश्वासन पर धरना समाप्त कर दिया गया था। जबकि पदोन्नति दिए जाने, 1900 ग्रेड पे एवं संचालन के लिए संघ भवन आवंटन किये जाने समेत तीन मांगो पर सहमति बन चुकी है, लेकिन 5 माह बीत जाने के बाद भी समस्याओं का निराकरण नहीं हो सका है।