राजधानी लखनऊ में पहली बार 21 और 22 फरवरी को यूपी इंवेस्टर्स समिट का आयोजन किया जा रहा है. यूपी इन्वेस्टर्स समिट के लिए सरकार के साथ ही साथ जिला प्रशासन अलर्ट पर है. आयोजन में कोई कमी नहीं रह जाए इसके लिए सरकार और प्रशासन द्वारा एक से एक बढ़कर इंतजाम किए जा रहे हैं. खुद सीएम योगी आयोजन को सफल बनाने के लिए लगातार बैठक कर रहे हैं.
सड़क मार्ग से प्रवेश करने वालों का भव्य स्वागत
इन्वेस्टर्स समिट में आने वाले अन्य राज्यों के लोगों का स्वागत करने के लिए PWD ने खास इंतजाम किये हैं. ख़बरों के मुताबिक इसके लिए करीब 50 लाख रु की लागत से प्रदेश की सीमा पर एक गेट बनाया जाना है. यूपी में सभी इंटरस्टेट रूट पर भव्य प्रवेश-द्वार बनेंगे. इसकी खास बात ये होगी कि प्रवेश-द्वार से यूपी के विकास की तस्वीर दिखाने की कोशिश होगी. एंट्री गेट के साथ सड़क पर लाईटिंग और ग्रीन बेल्ट होगी. एंट्री गेट से एक किमी. तक दोनों ओर लाईटिंग की जाएगी.
शासन ने फाइनल किए एंट्री गेट के दो डिजाइन
एंट्री गेट के दो डिजाइन शासन ने फाइनल किए हैं. सभी इंटरस्टेट रूट का PWD चौड़ीकरण करेगी.सभी इंटरस्टेट रूट डबल लेन या उससे अधिक चौड़े होंगे. नेपाल समेत देश के अन्य राज्यों के संपर्क मार्ग विकसित होंगे. 2800 करोड़ की लागत से इंटरस्टेट रूट विकसित होंगे. 73 इंटरस्टेट रूट का डेवलपमेंट PWD करेगी.
प्रधानमंत्री होंगे बड़े उद्यमियों से रूबरू
इसके लिए छह अलग-अलग स्थानों पर प्रदेश सरकार की ओर से रोड शो किए गए हैं. अलग-अलग उद्यमियों के साथ वार्ता की गई है. प्रधानमंत्री बड़े उद्यमियों से खुद रूबरू होंगे. जबकि देश-विदेश के कुल 200 सीईओ से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सबसे बात करेंगे.
मार्ग व्यवस्था
इन्वेस्टर्स समिट 2018 कार्यक्रम के दृष्टिगत लखनऊ के चार यातायात व्यवस्था संचालित किए जाने के लिए पर्याप्त पुलिस बल की ड्यूटी लगाई गई है. VVIP के आगमन के ध्यान में रखते हुए यातायात व्यवस्था व डायवर्जन किया जाएगा। यह मार्ग अमौसी एयरपोर्ट से इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान तक शहर के मुख्य मार्गो पर ड्यूटी लगाई गई है.
VVIP मार्ग व्यवस्था के लिए 2 पुलिस अधीक्षक क्रमशः मुख्यमार्ग व कंटीजेंसी मुख्यमार्ग के प्रभारी का उत्तरदायित्त्व दिया गया है. इसके अंतर्गत 8 जोन के प्रभारी अपर पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी लगाए गए हैं. इसके अलावा 16 जोन के सम्पूर्ण मार्ग में पुलिस उपाधीक्षक व पर्याप्त पुलिसबल लगाया गया है.
फ्लीट व्यवस्था
वीवीआईपी के कारकेड में पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी प्रभारी के रूप में कार्य करेंगे तथा वार्निंग पायलट व टेल कार के लिए राजपत्रित पुलिस उपाधीक्षक सहित पर्याप्त पुलिस बल की ड्यूटी लगाई गई है. फ्लीट में लगे हुए सभी वाहनों को एंटीसेबोटाज व एंटीमाईन चेकिंग कराई जाएगी.