महिला विद्यालय डिग्री कालेज में गुरुवार को विद्यालय प्रांगण में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसका विषय था “पाॅवर एंन्जेल 1090/साइबर क्राईम”। इस कार्यशाला के माध्यम से विद्यालय की छात्राओं में जागरूकता अभियान चलाया गया। उन्हें कई बिंदुओं पर अहम टिप्स दिए गए।
कार्यशाला में 1090 की सीओ बबिता सिंह तथा इंस्पेक्टर सोनी ने छात्राओं के प्रश्नो का बड़ी ही सरलता से जवाब देकर उनके मन में विश्वास भरने का सफल प्रयास किया। उक्त कार्यशाला में “आकांक्षा अगेंस्ट हैरेसमेंट” की संस्थापिका आकांक्षा श्रीवास्तव द्वारा छात्राओं को मानसिक एवं शारीरिक प्रताड़ना के खिलाफ आवाज उठाने के लिये प्रेरित किया गया।
साथ ही उनके द्वारा यह भी बताया गया कि किन-किन बातों का ध्यान रखने की आवश्यकता है। ताकि इस प्रकार की परिस्थितयों से बचा जा सकें। आकांक्षा द्वारा भी प्रश्नोत्तर के माध्यम से सभी छात्राओं की जिज्ञासाओं को शान्त किया गया। उक्त कार्यशाला में महिलाओं के अधिकार की भी जानकारी दी गयी साथ ही साथ आॅनलाईन हैकिंग, साइबर क्राईम के प्रति भी जागरूक किया गया।
सम्पूर्ण विद्यालय प्रांगण “अपमान सहन ना करें”, “डरे नहीं सहे नहीं” आदि स्लोगनों से पटा पड़ा था। छात्राओं ने बहुत ही उत्साहपूर्वक इस कार्यशाला में भाग लिया। कार्यशाला के अन्त में विद्यालय की प्राचार्या डॉ. अमिता सक्सेना द्वारा धन्यवाद ज्ञापन दिया गया इस अवसर पर विद्यालय की उपप्राचार्या डॉ. विनीता के साथ विद्यालय की अन्य शिक्षिकायें भी उपस्थित थी। इस कार्यशाला को सभी के द्वारा सराहा गया।
आकांक्षा के स्टेटमेंट के तीन सुस्पष्ट उद्देश्य
-साइबर सुरक्षा के बारे में शिक्षित करना।
-भारतीय पुलिस और आम जनता के बीच की सूचना की दूरी को समाप्त करना।
-साइबर दुर्व्यवहार के पीड़ितों की बात को सामने लाना
“आकांक्षा अगेंस्ट हरासमेंट” साइबर दुर्व्यवहार की स्थिति में सहायता के लिए एकमात्र प्राइवेट चैट हेल्पलाइन को दिसंबर में शुरू किया गया था, जो लोग साइबर उत्पीड़न के मामले में प्रथम स्तरीय मध्यवर्तन के बारे में मार्गदर्शन चाहते हैं। यह हेल्पलाइन उन्हें जानकारी और सहायता प्रदान करती है।
“आकांक्षा अगेंस्ट हैरेसमेंट” के लिए प्राधिकरणों का अद्वितीय समर्थन
देश के बहुत से राज्यों की पुलिस ने इस पहल का समर्थन किया है। जिसके कारण यह इतनी अधिक विश्वसनीयता वाली एकमात्र निजी पहल है। उदाहरण के लिए साइबर उत्पीड़न के किसी मामले में उत्तर प्रदेश से आकांक्षा अगेंस्ट हैरेसमेंट चैट पर भेजा गया एसओएस संदेश सीधे 1090 को तुरंत फास्टट्रैक माध्यम से भेजा जाएगा, और वहां से इसकी जमीनी स्तर पर जांच पड़ताल की जाएगी।
इस प्रकार आकांक्षा अगेंस्ट हैरेसमेंट द्वारा किए जाने वाले पोडकास्ट में मध्य प्रदेश पुलिस नियमित रुप से शामिल रहती है। इस प्रकार के गठबंधन ऐसे लोगों में आत्मविश्वास जगाते हैं जो प्रायः पुलिस के पास जाने से ही सकते हैं। यह भारतीय पुलिस की सकारात्मक ब्रांड छवि निर्मित करती है। आकांक्षा गेस्ट हरासमेंट को उत्तर प्रदेश पुलिस से आमंत्रण महिलाओं का पीछा करने की समस्या से निपटने के लिए रिमाइंड पॉवर लाइन 1090 WPL उत्तर प्रदेश बहुत अच्छी कार्यवाही कर रही है।
एक साथ मिलकर यह कार्यशाला आयोजित करने के लिए उनके द्वारा आमंत्रित किया जाना आकांक्षा अगेंस्ट हरासमेंट के लिए एक सम्मान की बात है। आकांक्षा के स्टेटमेंट को राज्य के विभिन्न शहरों में से साइबर सुरक्षा कार्यशालाएं आयोजित करने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा आमंत्रित किया गया था। यह पत्र तत्कालीन डीजीपी सुलखान सिंह, आईजी नवनीत सिकेरा उत्तर प्रदेश के साथ लोक सेवा संदेश ने भी दिया था।
साइबर उत्पीड़न की समस्या कितनी बड़ी है भारत में अभी अनुमानित रूप से 250.8 मिलियन नेटवर्क उपयोग करता है। सोशल ऐप के उपयोगकर्ताओं की औसत आयु 11 वर्ष के नीचे जा रही है। रिपोर्ट में पाया गया है कि 82 प्रतिशत यौन अपराध ऑनलाइन नाबालिगों/अवयस्कों के विरुद्ध होते हैं। ऑनलाइन रहने वाले 56% बच्चों से उनकी फोटो मांगी जाती है। 45 प्रतिशत से अधिक किशोर वयस्क जिनके साथ गंभीर साइबर दुर्व्यवहार किया जाता है।
इसके परिणाम स्वरुप कभी ना कभी आत्महत्या के बारे में सोचते हैं। 70% महिला उपयोगकर्ताओं का भी कभी न कभी उत्पीड़न किया जाता है। साइबर अपराधों के कारण वास्तविक दुनिया के गंभीर अपराध होते हैं। जैसे कि पीछा करना ब्लैकमेल करना हमला करना, अपहरण, चोरी अभी इस बारे में जानकारी का बहुत अभाव है। आम जनता में जागरूकता नहीं है। साइबर जगत को उत्पीड़न मुक्त बनाने के लिए आकांक्षा अगेंस्ट हैरेसमेंट वीरता के साथ संघर्ष कर रही है।
चलिए अब हम आपको बता देते हैं आकांक्षा
मिस आकांक्षा श्रीवास्तव “आकांक्षा अगेंस्ट हैरेसमेंट” की संस्थापिका है। वह एक जानी-मानी समाजिक प्रभाव नेतृत्वकर्ता और साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ हैं। वह बहुत से वैश्विक प्रतिष्ठित संगठनों की परामर्शदात्री भी हैं। जैसे कि एमआईटी मीडिया लैब टीआईई, एवं सीडकैंप। वह एक अनुभवी उद्यमी हैं और Azure नाम की ब्रांड स्ट्रेटेजी फर्म की संस्थापिका हैं। वह बड़े व्यवसायों के लिए भारत में प्रवेश की रणनीति बनाने वाली एक जानी-मानी विशेषज्ञ हैं। उनके क्लाइंटो में रेड हैट, बारक्लेज वेल्थ, एसेल पार्टनर्स, लॉरियल ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज शामिल है। आकांक्षा को लगभग 2 साल पहले साइबर स्टॉकिंग के बारे में एक गंभीर मामले का सामना करना पड़ा, इसके बाद उन्होंने इसकी शुरुआत की। अब वह अधिक से अधिक लोगों को किसी भी ऑनलाइन उत्पीड़न से बचाने के लिए कटिबद्ध है।