उत्तर प्रदेश में बड़ी तेज़ी के साथ इन्वेस्टर्स समिट की तैयारियां की जा रही हैं। पूरे शहर को इन्वेस्टर्स समिट के रंग में रंगा जा रहा है। प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और इनके कैबिनेट मंत्रियों की अगुवाई में इस इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन हो रहा है, जिसमे खुद प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी और लगभग 20 केन्द्रीय मंत्री शिरकत करते आ रहे है। कैबिनेट मंत्री सतीश महाना के मुताबिक, बड़े स्तर पर आयोजित की जाने वाली इस इन्वेस्टर्स समिट में प्रदेश में पूंजी निवेश को आकर्षित करने की भूमिका तैयार की जाएगी।
पुलिस की होगी विशेष ज़िम्मेदारी
इस इन्वेस्टर्स समिट में सबसे बड़ी ज़िम्मेदारी उत्तर प्रदेश पुलिस की है। जिसके कन्धों पर सभी इन्वेस्टर्स समिट में आये निवेशकों की सुरक्षा के साथ प्रधानमंत्री के आगमन पर पूरा मोहकमा चाकचौबंद पर लगा है। हाल ही में उत्तर प्रदेश पुलिस के मुखिया ओपी सिंह ने एक समीक्षा बैठक में कहा कि इस समिट में पुलिस की अपनी एक प्राथमिकता है जिसमें हमें खरा उतरना है।
डीजीपी के मुताबिक, पुलिस में एकरूपता आए तभी पुलिस के काम को प्राथमिकता दी जा रही है। इसलिए समिट के लिए 20 से 25 साल के युवा सिपाहियों व महिला हों या पुरुष उनकी छंटनी की जा रही है। इन सभी सिपाहियों को हिंदी और अंग्रेजी भाषा का उचित ज्ञान होना ज़रूरी है और बोलने में निपुणता भी होनी चाहिए। इन सभी सिपाहियों को इंदिरागांधी प्रतिष्ठान में ड्यूटी पर लगाया जायेगा जहाँ पर इन्वेस्टर्स समिट में आये इन्वेस्टर्स कार्यक्रम में शिरकत करेंगे।
समिट में शामिल होने वाले मेहमान जहाँ रुकेंगे, जिस होटल में रुकेंगे, वहां उन सिपाही और दरोगाओं को लगाया जायेगा जो पूरी तरह से फिट हों, जिनकी वर्दी ठीक हो, वर्दी में एकरूपता हो और अंग्रेजी भाषा का उचित ज्ञान हो। वर्दी में शर्ट-पैंट और जूतों का रंग एक सामान होना चाहिए। इसका विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए गए हैं। इन सभी चीज़ों को एक रूप में लाने के ज़िम्मेदारी IG रेंज लखनऊ सुजीत पाण्डेय को दी गयी है। डीजीपी के मुताबिक, इससे पुलिस के प्राथमिकता बढ़ेगी और एकरूपता आएगी।
एक जैसा रहेगा पुलिस की खाकी का लुक
आईजी ने बताया कि इन्वेस्टर्स समिट के दौरान एक जैसी यूनिफॉर्म में पुलिस दिखेगी। वर्दी से लेकर जूते तक सब एक जैसा रहेगा। अगर कोई पुलिस कर्मी जैकेट पहने है वो भी पुलिस का ही होगा ताकि किसी को पहचानने में परेशानी ना हो। उन्होंने बताया कि पुलिस की पहचान उनकी खाकी वर्दी से है। इसलिए समिट में पुलिस सुरक्षा की भी अहम भूमिका होगी।
एक लाख करोड़ रुपये का निवेश जुटाने का लक्ष्य
इस इन्वेस्टर्स समिट से एक लाख करोड़ रुपये का निवेश जुटाने का लक्ष्य रखा गया है। इंदिरागांधी प्रतिष्ठान में यूपी इन्वेस्टर्स समिट-2018 की तैयारियों की समीक्षा लगभग आख़िरी पड़ाव पर है। साथ ही इस समिट के तीन पार्टनर देश नीदरलैंड, मॉरिशस और फिनलैंड के उद्योगपति समिट में शामिल होने की स्वीकृति दे चुके हैं। इस इन्वेस्टर्स समिट के दौरान प्रदेश के 22 विभागों को पूंजी निवेश कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जिनमें प्रमुख रूप से आईटी इलेक्ट्रॉनिक्स, एग्रो एंड फूड प्रोसेसिंग, ऊर्जा, यूपीएसआईडीसी, ग्रेटर नोएडा, पर्यटन, डेयरी डवलपमेंट, नागरिक उड्डयन तथा पशुधन विभाग शामिल हैं।
दुल्हन की तरह सजेगा शहर-ए-लखनऊ
इस समिट से जुड़े सभी अधिकारी लखनऊ की सुंदरता में किसी तरह की कोई कमी नहीं दिखे इसकी पुरजोर कोशिश में लगे हैं। पूरे शहर लखनऊ को दुल्हन की तरह सजाने में प्रसाशन पूरी कोशिश में लगा है। पूरे शहर में होर्डिंग्स से लेकर पोस्टर लगाने तक में सुंदरता और आकर्षण का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। लखनऊ की सभी महत्वपूर्ण और दर्शनीय स्थलों की साफ-सफाई और सौन्दर्यीकरण का काम प्राथमिकता के साथ ध्यान रखा जा रहा है। जिसकी शुरुवात भी शहीद पथ के ओवेरब्रिज पर बनी महान विभूतियों के चित्रों से शुरू हो चुकी है।